Sunday Guest Editor: रातभर में सीखा, सुबह हुआ चयन
एक दिन ऐसा भी आया जब उन्हें आईपीएल में ग्राउंड सिनेमेटोग्राफर के तौर पर काम करने का मौका मिला। सुखी ने बताया कि वह 21 वर्ष की उम्र में डीओपी (
डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी) थे। उन्होंने स्कूल तक ही पढ़ाई की। दोस्तों के साथ फोटो क्लिक करने जाते तो सभी उनके खींचे फोटो की तारीफ करते थे। फिर उन्होंने इसी में अपना कॅरियर बनाने की ठानी।
सुखी बताते हैं कि एक बारमेरे पास फोन आया कि गोवा में एड शूट करना है। मुझसे पूछा गया कि रेड कैमरे में शूट कर लोगे न? मैंने बिना सोचे ही हामी भर दी जबकि मैंने कभी इतने बड़े ब्रांड का कैमरा छुआ तक नहीं था। मैं वह मौका नहीं गंवाना चाहता था, इसलिए मैंने रातभर
यूट्यूब में रेड कैमरे की पूरी जानकारी निकाल ली। जब गोवा पहुंचा तो उन्हीं बातों को बताया। सामने वाला मेरी बातों और जानकारी से प्रभावित हुआ और मुझे काम मिल गया।
सोच यह: अपने काम को एकाग्र होकर कीजिए, सफलता जरूर मिलेगी।
टीवी शो, वेबसीरीज और फिल्मों में भी दिखाया हुनर
उनका कहना है कि वॉरियर हंट, केबीसी जैसे टीवी शो में भी उन्होंने टीम के साथ सिनेमेटोग्राफी की है। इसके अलावा कुछ वेबसीरीज और धर्मा प्रोडक्शन के लिए काम किया है। सुखी कहते हैं कि कुछ फिल्में हैं, जिनमें उनका काम लोगों को नजर आएगा।