स्कूलों को दिया जाएगा प्लेटिनम, गोल्ड या सिल्वर प्रमाण पत्र सुघ्घर पढ़वईया योजना के तहत आवेदन करने के बाद विभाग प्रशिक्षित किए जा रहे 500 विशेषज्ञों में से कुछ विशेष स्कूल जाएंगे और आंकलन करेंगे। आंकलन के दौरान स्कूल के लगभग 98 प्रतिशत छात्रों को उपिस्थत होना होगा। विशेषज्ञ आंकलन के दौरान छात्रों का इम्तहान लेंगे। विभागीय योजनाओं के क्रियान्वन की जानकारी लेंगे। स्कूलों में चल रहे नवाचारों की जानकारी लेंगे और इसकी विस्तृत रिपोर्ट स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भेजेंगे। रिपोर्ट के अनुसार स्कूलों को प्लेटिनम, गोल्ड या सिल्वर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। प्रमाण पत्र स्कूल के साथ वहां पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को भी दिया जाएगा।
स्कूलों की परीक्षा लेने 500 शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा विभाग इस योजना के तहत विभाग स्कूलों को तीन श्रेणी का प्रमाण पत्र देगा। प्रमाण पत्र के अनुसार स्कूल अपनी जरूरतों की मांग कर सकेंगे और अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए विभागीय अधिकारियों की मदद से नवाचार सीख सकेंगे और छात्रों को सिखा सकेंगे। सुघ्घर पढ़वईया योजना के तहत स्कूल आवेदन कर सकें, इसलिए विभाग ने पोर्टल भी बनाया है।
नवाचार करने वालों के लिए सुनहरा अवसर स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया, सुघ्घर पढ़वईया योजना के तहत नवाचार करने वाले शिक्षकों के लिए सुनहरा अवसर है। शिक्षक अपने नवाचारों को प्रदेश के अन्य स्कूलों से भी साझा कर सकेंगे। शिक्षकों के नवाचार साझा होंगे, तो अन्य स्कूल के शिक्षक भी उनका अनुसरण करके अच्छा करने का प्रयास करेंगे।
समग्र शिक्षा के सहायक संचालक डॉ.एम सुधीश ने कहा कि स्कूलों में छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले और स्कूल प्रबंधन खुद का आंकलन कर सकें, इसलिए सुघ्घर पढ़वईया योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत स्कूलों को आंकलन कराने के लिए आवेदन करना होगा। आंकलन के बाद स्कूलों को ग्रेडिंग दी जाएगी और उनकी मांग के अनुसार संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।