आखिर छापामार कार्रवाई के दौरान ऐसी क्या बात हुई, जिससे टीम बिना कार्रवाई किए खुशी-खुशी लौट आई। यह जवाब अधिकारियों के पास नहीं है। बतादें कि त्योहारी सीजन में मिठाई और खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग के लिए एफएसएसएआई ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को निर्देश दिया है। इसके बाद भी सैंपलिंग को लेकर बड़ी लापरवाही की जा रही है।
पहले से चल रहा है यह खेल बता दें कि पहले से ही खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सवालों के घेरे में रहा है। प्रदेश में न तो नियमित सैंपलिंग होती है, न ही जिनके सैंपल फेल होते हैं, उन पर उचित कार्रवाई होती है। पत्रिका के पास कई ऐसे मामलों की सूची है, जिसमें ऐसे प्रकरण जो सिविल कोर्ट में प्रस्तुत होने चाहिए उन्हें एडीएम कोर्ट में लगाया गया है, जिससे मिलावट माफियाओं को नाम मात्र की ही सजा हो।
टीम कई जगहों पर जांच करने निकली थी। अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। सैंपल नहीं लेने की जानकारी नहीं मिली है। इस संबंध में टीम के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। – रमेश शर्मा, प्रभारी कंट्रोलर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग