आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बताया कि पीड़िता महिला का पुत्र लड़की के चक्कर में अपनी मां को परेशान करता था। वह मां को आत्महत्या की धमकी देकर डराता था, जिसके कारण मां ने बेटे और उसकी प्रेमिका को पार्टी बनाया था।
आयोग 6 माह तक करेगा प्रकरण की निगरानी: आयोग की सुनवाई में लड़की के पिता को बुलाया गया। समझाइश के बाद लड़की ने भी लड़के से अपना संबंध तोडे लिया और मां ने भी बेटे से अपने संबंध समाप्त कर दिए। मां ने बेटे को 6 माह के लिए घर से निकाल दिया। इस मामले को एक साल तक निगरानी में रखा गया, यदि लड़का 6 माह तक दोनों पक्षों को तंग करता है तो दोनों उसके खिलाफ पुलिस में अपराध दर्ज करवा सकते हैं।
प्रेमिका का भी पूर्व में हो चुका है विवाद इस दौरान लड़के की प्रेमिका ने बताया कि वर्तमान में 18 वर्ष पूर्ण किया है और बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। वह लड़के के साथ कभी-कभार घूमने जाती है, जिसको लेकर अपने माता-पिता से पूर्व में भी विवाद हो चुका है। आयोग की समझाइश पर युवती के पिता ने बताया कि लड़का उनके घर के पास किराए का मकान लेकर रहता है। उसे वहां से हटाने का निर्देश दिया गया। इस पर लड़के ने यह स्वीकार किया कि वह उनके घर के आस-पास नहीं रहेगा।