सरकारी गवाह बनने के बाद भट्ट ने अपनी जान को खतरा बताया है और पुलिस सुरक्षा की मांग की है। इसके लिए उन्होंने सिविल लाइन पुलिस को आवेदन दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने कई फोरम में फर्जी राशनकार्डों को घोटाला बताया, इसलिए मुझे फंसाया गया।
बतादें कि नान घोटाले में मुख्य आरोपी शिवशंकर भट्ट के नए खुलासों के बाद जांच का एक नया सिरा खुल गया है। घोटाले की जांच कर रहा विशेष जांच दल आरोपों के दायरे में आए 5 प्रमुख लोगों से शिवशंकर भट्ट के सामने पूछताछ करने की तैयारी में है।
इसमें भारतीय वन सेवा अवसर एवं नान के तत्कालीन एमडी कौशलेंद्र सिंह, एमडी के पीए रहे गिरीश शर्मा, चिंतामणि चंद्राकर, शिव शंकर भट्ट के पीए रहे केके बारिक और एक अन्य का नाम शामिल है। कहा जा रहा है, सभी को सम्मन जारी कर एसआईटी दफ्तर में बुलाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस घोटाले में आरोपी बनाए गए सभी 12 लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। उनकी भूमिका की जांच करने के लिए कौशलेन्द्र सिंह, गिरीश शर्मा, चिंतामणि चंद्राकर, केके बारिक के बयान को आधार बनाया जाएगा। बताया जाता है कि 36000 करोड़ के नान घोटाले में इन सभी की भूमिका है। जांच के दौरान इसके दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू और एसआईटी को मिल चुके हैं।