जांच के दौरान स्टॉक में गड़बड़ी मिलने के बाद उसका मूल्यांकन किया जा रहा है। वहीं कच्चे में लेन देन करने से संबंधित दस्तावेजों को जांच के दायरे में लिया गया है। टैक्स चोरी से संबंधित कच्चे का पेपर मिलने के बाद कंप्यूटर और लैपटॉप का डाटा रिकवर किया जा रहा है। साथ ही इन सभी का वैल्यूएशन करने के बाद कल टैक्स चोरी का आकलन किया जाएगा। बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने रायपुर और जगदलपुर स्थित 10 ठिकानों पर 19 अक्टूबर को छापा मारा था।
3 लॉकर मिले आयकर विभाग को तलाशी के दौरान रायपुर के सदर बाजार और बूढ़ापारा के ज्वैलरी शॉप संचालक के शोरूम और उनके घरों से तीन लॉकर से दस्तावेज मिले हैं। बताया जाता है कि कारोबारी ने यह लाॅकर अपने परिजनों के नाम पर खोल रखा है। उनके यहां नहीं होने के कारण उसे ऑपरेट नहीं किया गया है।
बिना बिल खरीदी-बिक्री आयकर विभाग को जांच के दौरान इनपुट मिले हैं कि कारोबारी बिना बिल के ग्राहकों को ज्वैलरी और डायमंड की बिक्री कर रहे थे। रसीद मांगने पर कच्चा बिल थमाया जा रहा था। वहीं इसकी एंट्री एक गोपनीय खाता बनाकर लैपटॉप में की जा रही थी। इसके इनपुट मिलने के बाद उसका डाटा रिकवर किया जा रहा है। साथ ही टैक्स चोरी का हिसाब भी किया जा रहा है। कारोबारी द्वारा मुंबई और कोलकाता से सोना और सूरत से डायमंड की ज्वैलरी मंगवाने के इनपुट भी मिले हैं। इसके आधार पर स्टॉक का वास्तविक मूल्यांकन किया जाएगा।