उधर, मुंगेली में ऋचा जोगी के भाई ऋषभ साधू समय खत्म होने से 20 मिनट पहले पेशी में पहुंचे। भाई साधू ने बताया ऋचा के मौजूदा निवास पर नोटिस नहीं दिया गया। मीडिया में इस बारे में खबर पढ़कर वे यहां आए हैं। इस पर कलेक्टर एल्मा ने कहा, जाति प्रमाण पत्र के फॉर्म में दर्ज जानकारी पर हमने कम्युनिकेशन किया है। इसमें जरहागांव के पेंड्रीडीह गांव के घर का पता है। यहां हमने नोटिस चस्पा किया, दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, मेल आईडी पर मेल किया, टेक्स्ट मैसेज किया और गांव में मुनादी भी करवाई गई है। ऋचा जोगी के भाई ऋषि साधू आए थे, उन्होंने अधिकार पत्र दिया है।
शाम होते तक अमित जोगी ने ऋचा जोगी का आधारकार्ड पोस्ट करते हुए लिखा है कि वे रायपुर में सिविल लाइंस स्थित अनुराग सदन में रहती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर को टैग करते हुए लिखा है कि आपको यह पता होना चाहिए कि बहू शादी के बाद ससुराल में रहती है। वहीं ऋचा ने अपने बयान में कहा है कि मैं अभी अपने नवजात बच्चे के साथ घर पर हूं, नोटिस मिलेगा तो पेशी में उपस्थित हो जाऊंगी।
इधर, संत कुमार नेताम ने कहा, जोगी परिवार फर्जी जाति प्रमाणपत्र के सहारे वर्षों से मरवाही में आदिवासी समाज का हक मार रहा है। बता दें कि ऋचा जोगी को अनुसूचित जन जाति प्रमाण पत्र जरहागांव के अतिरिक्त तहसीलदार ने हाल ही में जारी किया था, जिसकी वैधता को संत कुमार नेताम ने एक शिकायत कर चुनौती दी है। अमित जोगी इस पूरी जांच प्रक्रिया को अवैध बता चुके हैं।