शराब दुकान वालों की शिकायत नहीं सुनी पुलिस
सूत्रों के मुताबिक मृतक नरेंद्र से शराब दुकान के मैनेजर लोकेश्वर साहू, राजेश्वर गेंड्रे, वैभव, सुरक्षागार्ड नरेंद्र कुमार पठारी व नागेश्वर यादव आदि ने जमकर मारपीट की है। सुबह करीब 6 बजे नरेंद्र को उन्होंने फोन लगाया, तो उसने बताया कि शराब दुकान वाले दारू पिलाकर उसे पीट रहे हैं। यह सुनकर करीब 7 बजे अपने पड़ोसी को लेकर शराब दुकान पहुंची। वहां पहुंचने पर दुकान वालों ने गली-गलौज की और मारपीट करने की धमकी देते हुए भगा दिया। और उसके सामने ही पति को फिर पीटने लगे।
न्यायिक जांच शुरू, मजिस्ट्रेट ने किया पंचनामा
मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है। रविवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी पवन अग्रवाल की उपस्थिति में पंचनामा और पोस्टमार्टम किया गया। मृतक की पत्नी व बच्चों का बयान दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है।
शराब दुकान वालों के खिलाफ मामूली अपराध
मृतक के शरीर में मारपीट के कई निशान मिलने से स्पष्ट है कि मारपीट के चलते उसकी मौत हुई है। इसके बावजूद पुलिस ने शराब दुकान के कर्मचारियों के खिलाफ मामूली धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है। मृतक की पत्नी की रिपोर्ट पर धरसींवा पुलिस ने शराब दुकान के कर्मचारियों के खिलाफ धारा 294, 323, 34,341 के तहत अपराध दर्ज किया है। चौंकाने वाली बात है कि पुलिस ने एफआईआर में आरोपियों का नाम उजागर नहीं किया है।
रसूख का असर
आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने के बजाय मामूली धाराओं के तहत कार्रवाई करने के पीछे शराब दुकानों का संचालन का काम करने वाली प्लेसमेंट एजेंसी ए टू जेड का दबाव बताया जा रहा है। प्लेसमेंट एजेंसी एक रसूखदार नेता के रिश्तेदार चला रहा है। इसके चलते पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रही है। पुलिस ने दुकान के सीसीटीवी कैमरे का रिकार्ड भी जब्त नहीं किया है। उसमें भी छेड़छाड़ करने की चर्चा है।
इडली-डोसा बेचता था मृतक
मृतक नरेंद्र और उनकी पत्नी भनपुरी चौक में इडली-डोसा का ठेला लगाते हैं। उनका एक बेटा है। मृतक का चोरी का पुराना कोई रिकार्ड नहीं है और न ही अपराधिक प्रवृत्ति का है।