छोटे भाई की हत्या को छुपाने की तैयारी में था आरोपी खून वाले हिस्से में पाउडर लगा दिए थे, ताकि खून न दिखे। न्यूड करके वह पराग को नहलाता। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाता। गिरने से चोट लगने की जानकारी देकर उसे अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी थी। लेकिन अपने प्लान में वह सफल नहीं हो पाया।
साढ़े तीन करोड़ का टर्नओवर, एक साथ पीते थे शराब पुलिस के मुताबिक दोनों का ड्रोन सप्लाई और रिपेयरिंग करने का कारोबार था। उनका सालाना साढ़े तीन करोड़ का कारोबार था। दोनों शराब पीने के आदी थे। अक्सर दोनों भाई साथ में पीते थे। घटना से पहले भी रविवार को दिन में एक बोतल शराब दोनों ने पीया था। शाम को पीयूष बाहर चला गया। वहां से तीन बीयर पीकर घर लौटा था, तो दूसरी ओर उसका भाई भी कहीं से शराब पीकर लौटा था। इसके बाद रात में दोनों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप बर्दाश्त नहीं कर पाया… डीडी नगर इलाके की एक युवती से पिछले एक साल से पीयूष का अफेयर था। दोनों शादी के लिए भी राजी हो गए थे। सगाई भी हो गई थी। शादी के एक दिन पहले पीयूष का एक्सीडेंट हो गया। इससे उसके हाथ टूट गया। इस कारण शादी नहीं हो पाई। इसके बाद मई 2023 में शादी होना तय किया गया था। इस बीच पीयूष की मां ने युवती से बातचीत की और बताया कि परिवार का कुछ कर्ज है। इस वजह से शादी अभी नहीं करेंगे। इसके बाद युवती ने ही शादी करने से इनकार कर दिया। इसके बाद भी पीयूष से लगातार बातचीत करती रहती थी। बताते हैं कि 5 दिन पहले युवती ने बातचीत करना भी छोड़ दिया। पूरी तरह से ब्रेकअप कर लिया था। इससे पीयूष तनाव में था। इन सबका जिम्मेदार वह अपने भाई और मां को मानता था। इसके बाद से वह अक्सर घर वालों से झगड़ा करने लगा था। खुद को अलग मानता था। मर्डर भी इसी के चलते करने की जानकारी दी है।
हाईप्रोफाइल परिवार आरोपी पीयूष ने एयरोनॉटिक्स में एमटेक किया है। मृतक पराग भी एमबीए किया था। दोनों के दादा छत्तीसगढ़ विभाजन से पहले मध्यप्रदेश में आईएएस थे। उनके पिता संजय झा पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार थे। केपीटल होम्स और सफायर ग्रीन दोनों मकान किराए से ले रखा है। दरअसल केपीटल होम्स में रहने के दौरान ही उनके पिता और दादी की मौत हो गई थी। इसलिए उसे अशुभ मानते थे। इसलिए सफायर ग्रीन में किराए से मकान लिया था।
वाट्सऐप से दे रहा था जवाब हत्या का टाइम स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जाता है कि पराग का मोबाइल करीब 7 बजे से ही पीयूष के पास था। पराग को फोन करने वालों को वह वाट्सऐप के जरिए जवाब भी दे रहा था। केवल कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। इससे आशंका है कि 6 से 7 बजे के बीच ही उसने पराग की हत्या कर दी थी।
खाना छोड़ने गया तो मुझे अंदर नहीं आने दिया..वीडियो कॉल कर दिखाई लाश मैं रोज रात में भैया लोगों के लिए खाना छोड़ने केपीटल होम्स से सफायर ग्रीन फेज-टू में जाता था। रविवार की रात करीब 10 बजे मैं खाना छोड़ने गया। पीयूष भैया ने दरवाजा खोला और खाना ले लिया। मुझे भीतर आने भी नहीं दिया। मुझे वापस जाने को कहा। मैं केपीटल होम्स में मां जी के पास आ गया। रात करीब 10.30 बजे पीयूष भैया ने मां को कॉल किया और बताया कि उसने छोटू को मार दिया है। वह शराब पीया था और पहले भी कई बार ऐसा बोलते थे, इसलिए हम लोगों को यकीन नहीं हुआ। हम लोगों ने पराग को कॉल किया, तो उसने कॉल नहीं उठाया। कॉल पीयूष ने ही उठाया। कुछ देर बाद पीयूष ने यकीन दिलाने वीडियो कॉल किया। वीडियो कॉल करके पराग का शव दिखाया। इससे मां जी और मैं घबरा गए। उन्हें वहीं रूकने के लिए कहा और हम लोग सफायर ग्रीन के लिए निकले। वहां पहुंचे, तो घर का दरवाजा खुला था। पीयूष भैया घर पर नहीं थे। उसकी थार जीप भी नहीं थी। घर के सेकंड फ्लोर के फर्श पर पराग का खून से लथपथ शव पड़ा था। शव कपड़े से ढंका था। शव देखकर मां का बुराहाल था। इसके बाद तत्काल पुलिस और रिश्तेदारों को घटना की जानकारी दी गई।
दो साल पहले हुआ था अपहरण पीयूष और पराग दोनों मिलकर पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस विभाग में ड्रोन सप्लाई करते थे। इसके अलावा ड्रोन ऑपरेट भी करते थे। जनवरी 2022 में पीयूष का दंतेवाड़ा में अपहरण हो गया था। इसे नक्सलियों की करतूत बताया गया था। उससे मारपीट भी हुई थी। उसकी छाती की हड्डी भी टूट गई थी।