EOW and ACB Raids : यह छापा ईडी की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज करने के बाद मारा है। कोर्ट से शुक्रवार को वारंट जारी करवाने के बाद एक साथ सभी ठिकानों पर दबिश दी गई है। बता दें कि 2000 करोड़ रुपए से अधिक से शराब घोटाले में ईडी के साथ ही यूपी की नोएडा पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया था। इस प्रकरण की जांच करने सुप्रीम कोर्ट द्वारा आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगाए जाने के कारण रोक दी गई है। वहीं ईडी की शिकायत पर ईओडब्ल्यू तथा एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अलावा आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
इनके ठिकानों पर छापे सेवानिवृत्त आईएएस अफसर विवेक ढांढ के सिविल लाइंस, अनिल टूटेजा के कटोरा तालाब, आबकारी विभाग के तत्कालीन विशेष सचिव भिलाई निवासी अरुणपति त्रिपाठी, पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के देवेन्द्र नगर, कोरबा निवासी सहायक आबकारी आयुक्त सौरभ बख्शी, आबकारी अधिकारी अशोक कुमार सिंह के अमलीडीह, कारोबारी अनवर ढेबर के बैरन बाजार, अरविंद सिंह के अंवति विहार, बिलासपुर स्थित वेलकम डिस्टलरीज में राजेंद्र जायसवाल के कार्यालय , नोएडा में होलोग्राम बनाने वाली कंपनी मेसर्स विधु गुप्ता, बिलासपुर के सारागांव स्थित मेसर्स भाटिया वाईन मर्चेंट में भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, दुर्ग के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी में नवीन केडिया तथा रायपुर, स्वर्ण भूमि स्थित टॉप सिक्युरिटीज में सिद्धार्थ सिंघानिया के ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की गई है।
कैश और प्राॅपर्टी मिली छापे की जद में आने वाले अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों में तलाशी के दौरान कैश, ज्वैलरी, निवेश और प्राॅपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। इसे जांच के दायरे में लिया गया है। साथ ही इनके संबंध में पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। वहीं प्राॅपर्टी के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन कर उनका मूल्याकंन किया जा रहा है।
फ्लाइट से यूपी गई टीम शराब का नकली होलोग्राम बनाने वाले यूपी के नोएडा स्थित मेसर्स प्रिज्म होलोग्राम एण्ड सिक्युरिटी प्रा.लि. में छापा मारने के लिए टीम को फ्लाइट से रवाना किया गया। बताया जाता है कि छापे की तैयारी शनिवार से चल रही थी। स्पेशल कोर्ट से वारंट मिलने के बाद टीम को एक दिन पहले ही रवाना कर दिया गया था। इसके बाद अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों एवं फैक्ट्री में एक साथ दबिश दी गई।