लड़की को लिफ्ट दिया तो मुहल्ले के लड़कों को हो गयी तकलीफ, रेस्टोरेंट में की जमकर पिटाई
नेहा शिकायत करने गंज थाने में 2.30 बजे पहुंची। उन्होंने अपने साथ हुए घटना की जानकारी देते हुए लिखित में शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज नहीं किया और महिला को रात 10 बजे तक थाने में बैठाए रखा। और इसके बाद उनकी लिखित शिकायत की पावती दी गई।
इसके बाद अगले दिन सुबह 11.30 बजे अधूरा मुलाहिजा कराया गया। और एफआईआर की गई। एफआईआर पीडि़ता की शिकायत के अनुसार नहीं किया गया। महिला ने छेड़छाड़ होने की शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केवल मारपीट का मामला दर्ज किया है।
क्या है मामला
नेहा फाफाडीह स्थित होटल गिरीराज की डॉयरेक्टर हैं। वह 21 जनवरी को दोपहर करीब 1.30 बजे होटल पहुंची, तो वहां नितेश पुरोहित और आदित्य पुरोहित, यश ने उनसे गाली-गलौज किया और मारपीट की। इसके बाद होटल के अन्य कर्मचारियों द्वारा भी महिला से मारपीट की गई।
एक कर्मचारी ने उनसे छेड़छाड़ किया। पीडि़ता किसी तरह वहां से अपनी जान बचाकर निकली और गंज थाने में शिकायत करने पहुंची। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। उसी रात एक युवक जिसने अपना नाम अमित बताया। पीडि़ता के घर पहुंंच गया और फिर उन्हें शिकायत वापस लेने के लिए धमकाने लगा। अगले दिन पुलिस ने नितेश, आदित्य, यश व अन्य के खिलाफ धारा 294, 323, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है, लेकिन छेड़छाड़ करने के मामले में अपराध दर्ज नहीं किया गया है।
तीन बार कर चुके हैं हमला
आरोपी रसूखदार होने के कारण पीडि़ता पर लगातार दबाव बना रहे हैं। उनकी हिस्से की संपत्ति हड़पने के लिए बार-बार हमला कर रहे हैं। आरोपियों ने वर्ष 2015 में भी नेहा पर हमला किया था। इसके बाद वर्ष 2018 में भी जान से मारने की कोशिश की और अब 21 जनवरी को वारदात को अंजाम दिया।
कांगे्रस नेता का भाई दे रहा संरक्षण
पीडि़ता ने शहर के एक कांग्रेस नेता के भाई पर भी आरोप लगाया है। इसकी शिकायत डीजीपी से की गई है। शिकायत के मुताबिक कांग्रेस नेता का भाई आरोपियों को संरक्षण दे रहा है। उनके इशारे पर ही पुलिस आरोपियों का पक्ष लेती है। और पीडि़ता की शिकायत पर ठोस कार्रवाई नहीं करती है।
जान को खतरा
पीडि़ता ने डीजीपी से शिकायत करते हुए सुरक्षा की मांग की है। पीडि़ता का कहना है कि वह और उनकी दो बेटियां हैं। आरोपी और कांग्रेस नेता के भाई मिलकर उनपर दबाव बना रहे हैं। उनसे जान को खतरा है। कई बार धमकी दे चुके हैं।
सीसीटीवी के फुटेज भी हटाए
पीडि़ता को आशंका है कि कि उनकी साथ हुई घटना होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद है, लेकिन आरोपियों ने फुटेज डिलीट करवा दिए होंगे। पुलिस ने घटना के तत्काल बाद सीसीटीवी फुटेज नहीं निकलवाया। फुटेज से यह स्पष्ट हो जाता।
महिला की शिकायत पर गंज थाने में आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। होटल के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई है, जिसमें छेड़छाड़ संबंधित फुटेज नहीं मिले हैं। इस कारण छेड़छाड़ का अपराध दर्ज नहीं किया गया है।
-आरिफ शेख, एसएसपी, रायपुर