सूदखोर महिलाओं पर के बाद 2 दिनों से लापता है पिता- ब्याज से तंग आकर बेटे ने किया था सुसाइड
बता दें कि इस तरह की पनडुब्बी मशीन से रेत माफियाओं द्वारा उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में यमुना नदी में खनन किया जाता था। अब सीधे नदी के बीचों बीच रेत की चोरी शुरू हो गई है। विधानसभा में अवैध खनन को लेकर हंगामे के बाद मुख्यालय के अधिकारियों ने सभी जिलों के उप संचालकों को सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों ने कुछ जगहों पर मशीन सील भी की है, लेकिन रायपुर में कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। हरदीडीह में तो खनिज अधिकारियों की सांठगांठ से खुलेआम चेन माउंटेन मशीन से सीमांत क्षेत्र से दूर खनन किया जा रहा है।
छह पनडुब्बियां और 7 नई चेन माउंटेन मशीन आई जिले में अवैध खनन को लेकर रेत माफियाओं का रसूख इतना बढ़ गया है कि उन्होंने छह पनडुब्बी मशीन और सात नई चेन माउंटेन मशीन महानदी तक पहुंचा दी है। एक रसूखदार ने साफ कह दिया है कि उनकी ही मशीनें रेत खदानों में उतरेगी। इसके अलावा कोई खनन नहीं करेगा।
CG Politics : पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी को बड़ा झटका, आलीशान सामुदायिक भवन पर कब्जा.. 72 घंटे में खाली करने का नोटिस जारी
मशीन की गई सील, फिर भी अवैध खनन खनिज विभाग ने गौरघाट में 21 फरवरी को एक चेन माउंटेन मशीन सील की है, जिसका नंबर एसपी-20-35402 बताया जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस मशीन के मालिक ने अभी तक खनिज विभाग को संपर्क नहीं किया है। न ही विभाग मालिक की जानकारी जुटाने में दिलचस्पी ले रहा है। तकरीबन 15 दिन पहले आरंग के हरदीडीह में खनिज अधिकारियों के साथ मारपीट हुई थी। उस दौरान भी मशीन क्रमांक एसपी-21-62734 को सील किया गया था। दूसरे दिन वह मशीन स्पॉट से गायब हो गई। खनिज माफियाओं ने उक्त मशीन का सील तोड़ कर हटा दिया गया था। इस मामले पर भी खनिज विभाग ने सख्त कार्रवाई नहीं की है।
– केके गोलघाटे, उप संचालक खनिज, रायपुर