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आउटर में सख्ती नहीं
स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीमावर्ती जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखकर सख्ती से जांच के निर्देश दिए हैं, खासकर मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से आने वालों की जांच के। बता दें कि जनप्रतिनिधि व अधिकारी भी बाहर से आ रहे हैं मगर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे। क्वारंटाइन नहीं हो रहे हैं।
30 जनवरी को मिले थे 413 मरीज, उसके बाद मंगलवार को 390
प्रदेश में कोरोना के खतरे का अंदेशा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 30 जनवरी को 413 मरीज मिले थे, उसके बाद 390 का आंकड़ा कभी पार नहीं हुआ। 4 फरवरी को सर्वाधिक 373 मरीज मिले थे, मगर मंगलवार को 390 मरीज मिलने से हड़कंप मच गया। इनमें रायपुर में 161 और दुर्ग में 69 मरीज रिपोर्ट हुए। 5 मरीजों की मौत हुई, जिनमें से 2 सिर्फ और सिर्फ कोरोना से पीड़ित थे। यह खतरे के संकेत हैं।
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स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक डॉ. सुभाष पांडेय ने कहा, बाहर से आने वाले समुदाय में जा रहे हैं और उनसे ही कोरोना फैल रहा है। सैंपलिंग, टेस्टिंग और कांटेक्ट टे्रसिंग का जल्द रिव्यू किया जाएगा। जिलों को अलर्ट किया गया है।