चोरी की रिपोर्ट पड़ गई महंगी, जब पुलिस व्यापारी के घर पहुंची तो पलंग के नीचे मिले करोड़ों रुपए, केस दर्ज
चौक के चारों ओर आधी-अधूरी सड़क, अनियंत्रित ट्रैफिक और धूल का गुबार है। ठीक इसके विपरीत दुर्ग जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर फ्लाईओवर बन रहा है। (raipur hindi news) यहां फ्लाईओवर की सड़क चकाचक बन गई है। जबकि टाटीबंध चौक चार साल बाद ही मौत को निमंत्रण देता नजर आता है। यही वजह है कि यहां से गुजरने वाले लोग शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को कोसते हुए पूछते हैं कि हम भी सीएम और पीडब्ल्यूडी मंत्री के गृह जिले से आते हैं, फिर टाटीबंध की तस्वीर इतनी बदरंग क्यों? ऐसा नहीं है कि शासन-प्रशासन टाटीबंध चौक के ब्रिज के निर्माण तेजी से करने का प्रयास नहीं कर रहा है। यहां ट्रैफिक पुलिस भी दिनरात लगी रहती है, (chhattisgarh news) लेकिन सुविधा के नाम पर आम जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। यहां सड़क काफी खराब होने के बाद डामर की सड़क बनाई थी। अब यह भी खराब हो गई है। जगह-जगह गड्ढे हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं।पहाड़ों पर मिली वनरक्षक की लाश, पांच दिनों से थे लापता, पुलिस ने जताई आत्महत्या की आशंका
क्या अधूरी सड़कें नहीं दिखती अफसरों को? टाटीबंध चौक के चारों ओर बीच-बीच में सड़कें अधूरी हंै। हर आने-जाने वालों के मन में सवाल आता है कि आखिरी इन सड़कों को क्यों अधूरा छोड़ा गया है। (raipur news today) क्या शासन-प्रशासन के पास पैसा नहीं है। या फिर अफसर और जनप्रतिनिधि अपनी लग्जरी कार से आते हैं, तो उन्हें इन अधूरी सड़क का एहसास ही नहीं होता है, जबकि अधूरी सड़कें और धूल ही सबसे बड़ी परेशानी का कारण है।नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले गया UP, फिर सालों तक करता रहा दुष्कर्म, जब हुआ खुलासा तो फिर…
आसानी से दूर हो सकती है समस्या, बच सकती है जान टाटीबंध का रूट चार्ट से स्पष्ट हो गया है कि फ्लाईओवर बनाने के बाद भी धूल और आधी-अधूरी सड़कों से आम जनता को मुक्ति नहीं मिलेगी, क्योंकि रायपुर से दुर्ग जाने वालों को नीचे से ही जाना होगा। जब ‘पत्रिकाÓ ने राहगीरों से बात की तो उनका कहना था कि शासन-प्रशासन चाहे, तो आसानी से छोटी-मोटी समस्याओं को दूर कर लोगों की जान बचा जा सकता है। (cg raipur news) सड़क पर नियमित झाडू लगे, तो धूल कम हो जाएगी। (raipur news) दरअसल, अभी शासन-प्रशासन जिस स्थान पर पानी डालता है, वहां तो धूल नहीं रहती है, लेकिन थोड़ा आगे बढ़ते ही फिर धूल का गुब्बार नजर आता है।मां कर्मा के जयकारों से दिनभर गूंजा रामनगर, शाम को चौक का उद्घाटन
सबसे ज्यादा परेशानी रायपुर आने में आम जनता को सबसे ज्यादा परेशानी दुर्ग की तरफ से रायपुर आने में होती है। अभी जो रास्ता है, वहां से तीन रास्ते कटते हैं। (cg news in hindi) बिलासपुर जाने वाले भारी वाहन यही से मुड़ते हैं। बिलासपुर की तरफ नेशनल हाईवे के लिए भी रास्ता है और दुर्ग से रायपुर सिटी के लिए भी यही रास्ता है। इससे अक्सर इस रास्ते में जाम और दुर्घटनाएं होती रहती हैं।