लोग मोबाइल फोन, सोशल मीडिया और इंटरनेट का बेतहाशा इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी पहलुओं की पूरी जानकारी नहीं रख रहे। दूसरी ओर कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की लालच में तरह-तरह के झांसे में आ रहे हैं। कानूनी प्रावधानों की सही जानकारी न होने से भी लोग भयभीत होकर साइबर ठगों के मकड़जाल में फंस रहे हैं। साइबर क्राइम पर नारद योगी की रिपोर्ट…
1. डिजिटल अरेस्ट: पुलिस, ट्राई, डीओटी, सीबीआई, क्राइम ब्रांच आदि के अधिकारी बन कॉल करते हैं। व्यक्ति मोबाइल नंबर, आधार नंबर के दुरुपयोग करने पर अपराध दर्ज होने की जानकारी देते हैं। वीडियो कॉल करके पूछताछ और डिजिटल गिरतारी बताते हैं। बचने के लिए पैसे मांगते हैं।
बचाव: पुलिस, क्राइम ब्रांच, सीबीआई, ट्राई आदि कोई भी जांच एजेंसी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है। इसलिए इस पर भरोसा न करें। अनजान नंबर से आई वीडियो कॉल रिसीव न करें। ऐसी स्थिति आए, तो वीडियो कॉल काटकर अपने रिश्तेदार और दोस्तों को बताएं।
2. सेक्सटॉर्शन: अनजान नंबर से युवती बनकर वॉट्सऐप चैटिंग करते हैं। वीडियो कॉल करते हैं। वीडियो कॉल उठाने पर स्क्रीन रिकॉर्डिंग से आपके चेहरे का फोटो ले लेते हैं। उसके बाद अश्लील वीडियो में लगाकर क्लीपिंग बनाते हैं। इस अश्लील वीडियो क्लीपिंग को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगते हैं।
बचाव: अनजान नंबर से वीडियो कॉल रिसीव न करें। अगर धोखे से ऐसी क्लीपिंग बन जाए, तो सोशल मीडिया पर दोस्तों के लिए चेतावनी वाला मैसेज भेजें, घबराएं नहीं। पैसा नहीं दें, पुलिस को सूचित करें।
3. डिजिटल शादी कार्ड: डिजिटल शादी कार्ड, शुभकामना मैसेज का लिंक भेजकर मोबाइल फोन हैक कर लेते हैं। इससे उन्हें आपके मोबाइल का पूरा एक्सेस मिल जाता है। फिर ऑनलाइन खरीदी बिक्री करने पर यूपीआई, फोनपे आदि की डिटेल उन्हें आसानी से मिल जाती है। फिर बैंक खाते से रकम निकाल लेते हैं।
बचाव: शादी का कार्ड भेजने वाला आपके पहचान का है या नहीं? यह सुनिश्चित कर लें। अनजान लोगों के डिजिटल कार्ड, शुभकामना मैसेज वाले लिंक ओपन न करें।
4.ऑनलाइन जॉब: ऑनलाइन घर बैठे जॉब से भारी पैसा कमाने का लालच दिया जाता है। पहले गूगल रिव्यू, यूट्यूब सब्सक्राइब आदि का टास्क देते हैं। उसका पैसा देते हैं। इसके बाद धीरे से पैसा जमा करने पर ज्यादा रिटर्न का टास्क देकर भारी पैसा जमा कराते हैं, फिर नहीं लौटाते।
बचाव: बड़ी प्रतिष्ठित कंपनियों के अलावा घर बैठे ऑनलाइन आसान जॉब से कोई पैसा नहीं देता हैं। पैसा जमा करने के लिए कहते ही अलर्ट हो जाएं कि यह कोई फ्रॉड है। पैसा ट्रांसफर नहीं करें।
5. इंस्टेंट लोन: ऑनलाइन या इंस्टेंट लोन देने के नाम पर
ठगी करते हैं। लोन के एवज में प्रोसेसिंग फीस, जीएसटी आदि अन्य शुल्क के नाम पर पैसा लेते हैं। धीरे-धीरे बड़ी राशि लेने के बाद उसे लौटाने के नाम पर पैसा मांगते हैं। लोन ऐप भी डाउनलोड कराते हैं।
बचाव: बैंक जाकर या बैंक के अधिकृत ऐप के जरिए लोन लें। बैंकों के मिलते-जुलते नाम वाली वेबसाइटों में किसी तरह की जानकारी न दें। लेन-देन न करें।
6. केबीसी लॉटरी: वॉट्सऐप मैसेज भेजकर केबीसी में राशि जीतने या लॉटरी लगने की जानकारी देते हैं। फिर उसमें दिए गए मोबाइल नंबरों पर कॉल करने कहते हैं। इसकी राशि को लेने के लिए टैक्स के नाम पर पैसों की मांग करते हैं। कई तरीकों से लाखों रुपए जमा करवा लेते हैं।
बचाव: वॉइस मैसेज रिकॉर्डेड होते हैं। उनमें दिए गए नंबरों पर कॉल न करें। केबीसी की ओर से ऐसे मैसेज नहीं किए जाते हैं। लॉटरी खरीदे बिना इनाम नहीं मिलता है।
7. बच्चों की गिरफ्तारी: साइबर ठग पुलिस अधिकारी बनकर कॉल करते हैं। बेटा-बेटी को किसी आपराधिक मामले में अरेस्ट करने की जानकारी देते हैं। फिर उन्हें छोड़ने के लिए पैसों की मांग करते हैं। जिनके बच्चे बाहर रहते हैं, उन्हें ज्यादा टारगेट करते है।
बचाव: ऐसी सूचना मिलने पर सबसे पहले अपने बेटे-बेटी को कॉल करें। बातचीत करके यह सुनिश्चित करें कि ऐसी घटना हुई है या नहीं? इसके अलावा बच्चे जहां रहते हैं वहां के लोगों से बातचीत कर हकीकत जानें। पैसे किसी को ना दें। स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
8. शेयर ट्रेंडिंग: अनजान वॉट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ते हैं। उसमें ग्रुप के मेंबर इन्वेस्टमेंट करने से भारी मुनाफा होने जैसे मैसेज करते रहते हैं। इसमें निवेश की इच्छा जताने पर अलग से ग्रुप में जोड़ते हैं। मोबाइल ऐप डाउनलोड करवाते हैं। पैसा निवेश कराते हैं। वर्चुअल अकाउंट में मुनाफा दिखाते हैं, लेकिन निकालने के लिए और पैसों की मांग करते हैं।
बचाव: ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच ना करें। सेबी से अधिकृत कंपनी या ऑथराइज्ड ब्रोकर के माध्यम से ही पैसा लगाएं। सोशल मीडिया से आने वाली शेयर मार्केट संबंधित जानकारी पर ज्यादा भरोसा ना करें।
9. सरकारी योजनाएं: अक्सर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर फोन करते हैं। पूरी जानकारी लेते हैं। आधार कार्ड नंबर, बैंक खाता नंबर आदि की जानकारी लेकर बैंक खातों से रकम पार कर देते हैं। कई बार संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बनकर फोन करते हैं।
बचाव: सरकारी योजनाओं से संबंधित विभाग में जाकर ही जानकारी दें। अधिकृत च्वाइस सेंटरों की मदद से आवेदन या जानकारी अपडेट करें। आधार और बैंक खाता संबंधित जानकारी न दें।
10. ऑफर बिमा पॉलिसी: ऑनलाइन खरीदी में भारी ऑफर या इनाम देने के नाम पर
साइबर ठग कॉल करते हैं। इस दौरान बैंक डिटेल लेकर खाते से रकम पार कर देते हैं। इसी तरह बंद बीमा पॉलिसी को दोबारा चालू करने के नाम कॉल करके हैं। रकम जमा करने के लिए कहते हैं।
बचाव: किसी प्रतियोगिता में भाग लिए बिना इनाम कैसे मिल सकता है? यह जरूर सोचें। बंद पड़ी बीमा पॉलिसी के लिए इंश्योरेंस के स्थानीय कार्यालय जाकर संपर्क करें।
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: अपराधों के विरुद्ध पत्रिका अभियान से जुड़े रहिए और सतर्क रहिए…