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कब सुधरेगी सरकारी व्यवस्था ….आधा महीना निकलने के बाद भी ठीक नहीं हुआ सर्वर, 70 लाख लोगों को नहीं मिला राशन सट्टा खिलानो वालों के मददगारों और उससे लाभांवित होने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। वहीं दबाव बढ़ने पर वह दूसरे राज्यों के सुरक्षित ठिकानों में जाकर कारोबार चला रहे है।
इन सभी के महादेव ऐप के साथ ही अन्ना रेड्डी और क्लासिक 99 डॉट कॉम से ऑनलाइन सट्टा खिलाने वालों से तार जुड़े हुए है। इसे देखते हुए ईडी द्वारा महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक के साथ ही अन्य राज्यों को जानकारियां भेजी गई है।
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CG Election 2023: 50,000 से ज्यादा नकदी, ज्वेलरी ले जाते हुए पकड़ा गए तो… चुनाव से पहले अलर्ट मोड पर एजेंसियां देशभर में फैला है नेटवर्क साथ ही उनका लोकेशन ट्रेस करने के लिए मोबाइल नम्बर को सर्विलांस में डाला गया है। ताकि ऑनलाइन सट्टे पर रोक लगाने के साथ ही विदेशों में बैठे संचालकों तक पहुंचनी वाली रकम को रोका जा सके।
बता दें कि महादेव ऐप के जरिए महादेव ऐप से प्रतिमाह 300 करोड़ रुपए का कारोबार किया जा रहा है। इसे संरक्षण देने वालों और आईडी लेकर सट्टा खिलाने वालों को 100 करोड़ रुपए प्रतिमाह बांटने के बाद 200 करोड़ रुपए संचालकों तक पहुंच रही है।
ऑनलाइन सट्टा के साफ्टवेयर की मॉनिटरिंग करने के लिए अमरीका के हैकर्स को हायर करने के इनपुट मिले हैं। ताकि उनका कारोबार बिना किसी अवरोध के चलता रहे। साथ ही ऐप ब्लाक करने के बचाया जा सकें।
बताया जाता है कि ईडी और विभिन्न राज्यों की पुलिस द्वारा सट्टा खिलाने वालों को पकड़ने के बाद भी ऑनलाइन कारोबार चल रहा है। बता दें कि पिछले 6 महीनों में महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और झारखंड में 50 से अधिक सटोरियों को स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।