नितिन अपने साथियों के साथ रायपुर और अन्य जगह ब्रांच चला रहा था। बताया जाता है कि क्लब में सट्टे का काफी पैसा लगाया गया है। इसे वर्ष 2022 में शुरू किया। इसमें सौरभ ने करीब 12 करोड़ रुपए खर्च निवेश किया है। क्लब का नाम सिमर्स भी दुबई से ही लिया गया है। दुबई में इसी नाम से होटल है। पुलिस के मुताबिक नितिन शंकर नगर रोड स्थित पॉम बिलाजियो में रहता है। कल रात में पुलिस को ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा चलाने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस ने नितिन को पकड़ा। उसके मोबाइल में महादेव ऐप के जरिए क्रिकेट सट्टा की बुकिंग, पैनल देने आदि का रेकार्ड मिला।
उसने पूछताछ में रायपुर के युसूफ से मिलकर दिल्ली, रायपुर, रायगढ़, संबलपुर आदि के अलावा दूसरे राज्यों में भी सट्टा चलाने का खुलासा किया। नितिन और सागर के अलावा इस सिंडिकेट में युसूफ, अजय जैन, सानू, दीपक, नवीन बत्रा, करण, फैजू का नाम भी सामने आया है। आरोपियों के मोबाइल से कॉल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने नए जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है। इससे पहले पुलिस ने मन्नू नत्थानी को गिरफ्तार किया था। मन्नू भी क्रिकेट सट्टे का बड़ा रैकेट चलाता था।
दो दिन का लाइसेंस, पार्टी हर दिनसूत्रों के मुताबिक नितिन आबकारी विभाग से केवल शनिवार-रविवार को क्लब में शराब पिलाने के लिए लाइसेंस लेता था। बाकी दिन बिना लाइसेंस के काम चलता था। क्लब में अक्सर देर रात तक पीने-पिलाने का दौर चलता था, लेकिन आबकारी विभाग कभी जांच नहीं करती थी। शराब के साथ यहां कई युवक-युवतियां सूखा नशा भी करते हैं।
सिमर्स क्लब विधानसभा रोड से लगा हुआ है। यह एकमात्र क्लब है, जिसमें सुबह के करीब 4 बजे तक युवक-युवतियों की भीड़ लगी रहती है। सिमर्स क्लब के नितिन सहित 5 पार्टनर हैं। चार पार्टनर दूसरे शहर के हैं। बताया जाता है कि क्रिकेट सट्टे का संचालन करने के लिए क्लब बनाया गया है। इसकी आड़ में शहर के कई रसूखदार यहां जुटते थे। बुकिंग, लेन-देन, नए ब्रांच और पैनल सहित कई काम यहां होते थे। दो साल से नितिन क्लब के साथ ही ऑनलाइन सट्टा भी चला रहा है, लेकिन गिरफ्तारी अब हो रही है।