दोबारा परीक्षा देने का रिस्क नहीं लिया
जानकारी के मुताबिक ग्रेस हटने के बाद कुछ ऐसे छात्र थे, खासकर आरक्षित वर्ग एसटी से जिन्हें 340 और इससे अधिक अंक मिला है। इसी तरह एससी के कई छात्रों को 435 या इससे ज्यादा नंबर मिले हैं। सरकारी ‘मेडिकल कॉलेजों में पिछले कुछ वर्षों का कटऑफ को देखते उम्मीद है कि सीट मिल जाएगी। इसलिए उन्होंने दोबारा परीक्षा देने का रिस्क नहीं लिया। क्योंकि, इसमें बेस्ट-2 जैसे फार्मूला नहीं था। अभी परीक्षा देने के बाद जो मार्क्स आते, वही मान्य होता। यह बात भी सामने आई कि कई ऐसे छात्र भी थे जिन्हें ग्रेस के बाद भी 150 से 180 था। उन्हें इससे चमत्कार की उम्मीद नहीं थी। इसलिए वे एग्जाम से बाहर रहे।NEET UG 2024: नीट को लेकर बालोद-दंतेवाड़ा में मचा था कोहराम, NTA ने बदल दिया सेंटर
NEET UG Re-Exam: जानिए क्यों हुई परीक्षा
मेडिकल क्षेत्र की सबसे बड़ी परीक्षा नीट परीक्षा फिर से बालोद और दंतेवाड़ा में आयोजित हुई थी। यहां पर वास्तविक प्रश्न पत्र को न देकर अतिरिक्त प्रश्न पत्र को दे दिया गया था। 45 मिनट बाद जब कर्मचारियों को गलती का एहसास हुआ, तो फिर से दूसरा पेपर उन्हें बनाने के लिए दिया गया।देश में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 छात्र
बता दें कि एनटीए ने नीट यूजी का दोबारा से एग्जाम कराने का निर्णय लिया है। दोबारा से हो रहे नीट यूजी के एग्जाम में उन छात्रों को शामिल किया गया है, जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। देशभर में नीट रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 छात्र थे। ये छात्र दोबारा से परीक्षा देंगे।NEET UG 2024: 30 जून तक आएगा रिजल्ट
री-नीट एग्जाम (NEET UG Re-Exam) होने के बाद इसका रिजल्ट लगभग 30 जून तक आ सकता है। एनटीए इसको लेकर तैयारी कर रहा है। NEET UG का संशोधित रिजल्ट आने के बाद काउंसलिंग की प्रोसेस लगभग 6 जुलाई से शुरू हो जाएगी।देखिए कितने छात्रों ने नीट-यूजी का एग्जाम दोबारा दिया और कितने नहीं
चंडीगढ़ : 2 पात्र, दोनों अनुपस्थित।छत्तीसगढ़ : 602 पात्र, 311 अनुपस्थित, 291 ने दोबारा परीक्षा दी।
गुजरात : 1 पात्र, उपस्थित हुआ छात्र।
हरियाणा : 494 पात्र, 207 अनुपस्थित, 287 ने दोबारा परीक्षा दी।
मेघालय : 464 पात्र, 230 अनुपस्थित, 234 ने दोबारा परीक्षा दी।