नीट यूजी का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट में मामले में चल रही सुनवाई अभी जारी है। गुरुवार को हुई सुनवाई में 18 जुलाई को अगली सुनवाई की तारीख दी गई, ताकि याचिकाकर्ता केंद्र के हलफनामे पर अपना पक्ष रख सके। केंद्र ने नीट में बड़ी मात्रा में नकल से इनकार किया है। साथ ही इस माह के तीसरे हफ्ते से काउंसिलिंग शुरू होने की बात कही है।
छात्रों की बढ़ी परेशानी
काउंसिलिंग शुरू नहीं होने से छात्रों की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें केंद्र के हलफनामे पर विश्वास नहीं है। इसलिए राजधानी समेत प्रदेश के विभिन्न इलाकों के छात्र री-नीट की तैयारी में जुट गए हैं ताकि यदि हो तो उनकी तैयारी कमजोर न रहे। हालांकि केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को दोबारा नीट कराने नहीं कहा है। इसके बावजूद छात्रों में उहापोह की स्थिति है। पत्रिका ने आधा दर्जन से ज्यादा नीट क्वालिफाइड छात्रों से बात की तो उनका कहना है कि वे अधर में है। वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नजर रखे हुए हैं। ताकि अंतिम फैसला आए तो स्पष्ट हो कि काउंसिलिंग होगी या री-नीट। इसलिए वे तैयारी करना बेहतर समझ हे हैं, ताकि री-नीट होने पर फिर से पात्र हो सकें।
इसका ध्यान रखा जाए तो बेहतर
मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. मानिक चटर्जी व सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. युसूफ मेमन का कहना है कि नीट यूजी विवादों में आने से कड़ी मेहनत कर क्वालिफाइड हुए छात्रों की परेशानी बढ़ गई है। छात्रों की मेहनत पर पानी न फिरे, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। काउंसिलिंग में देरी होने पर नया सेशन भी देर से शुरू होगा। जबकि काेरोनाकाल में ऐसा हुआ था। अब जब स्थिति सामान्य हो गई है तो सेशन समय पर शुरू हो इसका ख्याल रखा जाना चाहिए। देशभर में 24 लाख से ज्यादा छात्रों ने नीट दी। ऐसे में यह देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा है।
दिल्ली से नहीं आई रिजल्ट की सीडी, सूचना नहीं मिली
जब नीट का रिजल्ट घोषित हो जाता है तो एक सीडी राज्य में आती है, जिसमें छत्तीसगढ़ से परीक्षा देने वाले सभी पात्र व अपात्र छात्रों का रिजल्ट होता है। ताकि काउंसिलिंग शुरू होने के समय डीएमई कार्यालय के अधिकारी सीडी से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों की सूची का मिलान कर सके। इसके लिए एनटीए से अधिकारियों को अभी सूचना नहीं आई है। जब सूचना आएगी, तब एक अधिकारी दिल्ली जाएगा। सीडी लाने के बाद उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में पासवर्ड डालकर सीडी खोली जाएगी।