एक फोन कॉल बनी रेस्टोरेंट के बावर्ची की मौत की वजह, जानिये क्या है ये अजीबोगरीब मामला
एक एक शोध के अनुसार रोजाना नीम के पत्तों के जलीय सत्त की 3 ग्राम या इससे अधिक मात्रा का सेवन शुक्राणुनाशक हो सकता है। पुराने नीम की पतितयों का जलीय सत्त न सिर्फ वीर्य को स्थिर करता है, बल्कि 20 सोकंड के भीतर ही 100 प्रतिशत तक मानव शुक्राणुओं को मार भी देता है। इसके साथ ही गया कि नीम के पत्तों की न्यूनतम प्रभावी शुक्राणुनाशक सांद्रता कम से कम 2.9 मिलीग्राम / मिलियन शुक्राणु होती है। इसके अलावा शुक्राणुओं की आकृति विज्ञान पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है।नीम का सेवन करना पड़ सकता है महंगा
अगर आप मधुमेह की समस्या से जूझ रहे हैं और रोज नीम के पत्ते या जूस का सेवन कर रहे हैं तो इसके तमाम फायदों के बावजूद सावधानी बरतने की जरुरत है । लेकिन हर चीज़ के दो पहलू होते हैं और कुछ गुणों के साथ अवगुण भी होते हैं। ये बात नीम के रस पर भी लागू होती है और इसके भी कुछ नुकसान होते हैं। यदि आप भी रोज़ाना सुबह नीम के पत्तों का रस पी रहे हैं तो इससे एंटी-फर्टीलिटी साइडइफेक्ट (पुरुष प्रजनन क्षमता पर दुष्प्रभाव) हो सकता है।बहन को Boyfriend से मिलते देख भाई गया पिता को बताने, आकर देखा तो फर्स पर पड़ी थी लाश
ऐसे लोग होंगे सबसे ज्यादा प्रभावित
किसी भी व्यक्ति के लिए नीम की पत्तियों (Neem Leaf) के सत्त की प्रति दिन 2 मिली ग्राम मात्रा तक ही लेनी चाहिए और अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले अपने डाक्टर से जरुर सलाह ले लें, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन आपके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और बांझपन का कारण भी बन सकता है।