11 अप्रैल को कबीर नगर थाने में गुम इंसान दर्ज हुआ। सोहेब की मां मुन्नी खान और उसके भाई साहिल ने पुलिस को बताया कि आखिरी बार सोहेब ने चंद्रशेखर साहू के साथ जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने चंद्रशेखर से शक के आधार पर पूछताछ की। कड़ाई करने पर चंद्रशेखर ने सोहेब की हत्या करने का खुलासा किया। उसने अपने साथी मुकेश यादव के साथ मिलकर रायपुर में हत्या करके शव बिलासपुर से पाली के पास एक जंगल में फेंकने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने सोहेब का शव बरामद किया और परिजनों से पहचान कराई।
शराब पीने के बहाने बुलाया मुकेश ने 8 अप्रैल की शाम करीब 6.30 बजे सोहेब को मिलने के लिए बुलाया। इसके बाद चंद्रशेखर और मुकेश ने सोहेब को अपनी टाटा मैजिक में ले गए और एक जगह शराब पिलाया। सोहेब को जैसे ही नशा हुआ, दोनों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। व्हील पाना से उसकी आंख में भी वार किया। हत्या के बाद उसके शव को टाटा मैजिक के मैट के ऊपर रख बिलासपुर-पानी-कोरबा मार्ग में ले गए। वहां पेट्रोल खरीदा। इसके बाद पाली के तेंदुभाठा गाजा नाला के पुलिया के नीचे चेहरा जलाकर शव फेंक दिया। इसके बाद रायपुर लौट आए। इसके अगले दिन पाली पुलिस को अधजले शव की सूचना मिली। चेहरा जल गया था। इस कारण उसकी पहचान नहीं हो पाई। पाली पुलिस ने अज्ञात में मर्ग कायम कर लिया था।
अवैध संबंध का शक पुलिस के मुताबिक हत्या की वजह अवैध संबंधों के चलते हुई है। मृतक का किसी से अवैध संबंध था। इसको लेकर आरोपियों ने हत्या की प्लानिंग की। फिलहाल पुलिस एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।