बंगाली समाज ने शुक्रवार को मां दुर्गा, मां काली को विराजने के लिए आह्वान किया और कोलकाता से आए ढपुली वादकों ने पारंपरिक तान से पूजन-आरती कराया। कालीबाड़ी और पंडरी में कोलकाता के तर्ज पर काली पूजन की तैयारी की गई। वैसा ही मां दुर्गा की भव्य झांकी सजाई गई है। जहां सप्तमी तिथि से सुबह-शाम मां दुर्गा के साथ मां सरस्वती और लक्ष्मी माता की पूजा-आरती सिंदूर खेला तक चलेगा। भक्तों के बीच खिचड़ी का प्रसाद वितरित होगा। बंगाली समिति का यह 91वां दुर्गा पूजा उत्सव है।
महानिशा पूजन आज, चढ़ेगा कलश महामाया मंदिर के पंडित मनोज शुक्ला के अनुसार नवरात्रि पर्व की सप्तमी तिथि पर रात 12 बजे मंदिर का प्रवेश द्वार बंद हो जाएगा। इसके बाद महानिशा पूजन होगी। वहीं जंवारा बड़े-बड़े होने के कारण कलश पर कलश चढ़ाने का विधान पूरा होगा। दशमी तिथि पर यही ज्योति जंवारा बाजेगाजे के साथ धूमधाम से निकाली जाती है।
108 कन्याओं का पूजन कर लिया आशीर्वाद घर-घर कन्या पूजन कर लोग सपरिवार आशीर्वाद ले रहे हैं। निगम में संस्कृति विभाग के अध्यक्ष एवं वार्ड 35 के पार्षद आकाश तिवारी ने सपत्नीक पंचमी तिथि पर 108 कन्याओं का पूजन कर भोज कराया और तोहफा भेंट का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस विशेष कन्या पूजन में पूरा परिवार शामिल हुआ। पार्षद तिवारी ने अपने माता-पिता के साथ कन्याओं के पैर धोये। नौ देवी के रूप में सपरिवार आशीर्वाद प्राप्त किया।