बताया जाता है कि मुख्यमंत्री निवास में राहुल के दौरे को लेकर बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने केवल मसीह समाज के लोगों से मुलाकात की। इस के बाद का समय आरक्षित रखा गया था। वहीं कृषि रविन्द्र चौबे और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे थे। माना जा रहा है कि राहुल के दौरे सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई होगी। संकेत यह भी मिल रहे हैं कि राहुल के दौरे से पहले राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक भी हो सकती है। हालांकि अभी बैठक की कोई तिथि जारी नहीं हुई। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का कहना है कि अभी राहुल गांधी का दौरा कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ। कार्यक्रम जारी होते ही इसकी सूचना दी जाएगी। इधर, शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए सरकारी विभागों में भी मशक्कत शुरू हो गई है। हर विभाग महत्वपूर्ण शासकीय योजनाओं और उससे लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों की जानकारी एकत्र कर रहा है।
संगठन और कार्यकर्ता दुविधा में
पिछले कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर संगठन और कार्यकर्ता दोनों नजर जमाए बैठे हैं। उनके बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है। कार्यकर्ता एक-दूसरे से दिल्ली का हालचाल ले रहे हैं। हालांकि जवाब किसी के पास नहीं है कि आखिर में दिल्ली हुआ क्या था? कार्यकर्ता दबी जुबान में यह भी कह रहे हैं कि इस राजनीतिक घटनाक्रम से नुकसान पार्टी को हो रहा है। वहीं इस मुद्दे पर विधायक भी दुविधा में नजर आ रहे हैं। इसमें दिल्ली गए कुछ विधायक भी शामिल हैं। बताया जाता है कि कुछ विधायक इस विवाद में नहीं पडऩा चाहते हैं। इस वजह से उन्होंने इस पूरे मामले से दूरी बनाकर रखी है। इनमें कुछ वरिष्ठ विधायक भी शामिल हैं। उनका कहना है कि पार्टी हाईकमान के फैसले के मुताबिक काम करेंगे।
बस्तर में लखमा ने संभाला मोर्चा
राहुल गांधी अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान बस्तर, सरगुजा और मध्य क्षेत्र जाएंगे। इसे लेकर भी तैयारियों का सिलसिला तेज हो गया है। राहुल के प्रवास से पहले बस्तर में मंत्री कवासी लखमा ने मोर्चा संभाल लिया है। वे लगातार दो दिन 1 व 2 सितम्बर को बस्तर में रहकर नारायणपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, सुकमा बीजापुर और दंतेवाड़ा में संगठन की बैठक लेंगे। चर्चा है कि राहुल गांधी अपने प्रवास के दौरान जगदलपुर में रात्रि विश्राम कर सकते हैं। मंत्री लखमा के दौरे को इसी तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है।