Junior Doctor’s on Strike : जूडा ने प्रदर्शन का ऐसा तरीका पहली बार अपनाया है। जूडा ने अस्पताल में भर्ती मरीज और परिजनों में चाय बांटकर उन्हें अपना दुख-दर्द बताया। जूडा के अध्यक्ष डॉ. मनु प्रताप सिंह का कहना है, स्टाइपेंड व मेडिकल बॉन्ड की मांग पर हड़ताल तीन दिनों से जारी है। जनवरी में भी हमने हड़ताल की थी। तब डिप्टी सीएम ने अनुपूरक बजट में हमारी मांगें पूरी करने की बात कही थी। मानसून सत्र निकल गया।
डिप्टी सीएम से बात रही बेनतीजा Junior Doctor’s on Strike : जूडा ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर डीएमई डॉ. विष्णु दत्त से मुलाकात की थी। इसके बाद डीएमई ने गुरुवार को डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से जूनियर डॉक्टरों की मांग पर बातचीत की। मिली जानकारी के मुताबिक ये बातचीत बेनतीजा रही है।
नर्सों ने कहा- इंतजार का फल कड़वा है Junior Doctor’s on Strike : इधर, सरकारी अस्पतालों की नर्सिंग ऑफिसर ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन नर्सिंग ऑफिसरों ने 9 से 10 बजे तक एक घंटे काम ठप कर अस्पतालों के बाहर प्रदर्शन किया। नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. रीना राजपूत ने बताया, 2018 में बनी कमेटी की अनुशंसाओं को लागू करने, नर्सिंग-वॉशिंग अलाउंस, पदनाम बदलने और नियमितीकरण की मांग पर हम यह प्रदर्शन कर रहीं हैं।
Junior Doctor’s on Strike : इससे पहले भी हमने प्रदर्शन किए थे। तब सीएम ने कहा था कि आपकी मांगों की फाइल कैबिनेट के सामने रखी जाएगी। इंतजार करिए। इसका फल मीठा होता है। हमने इंतजार भी किया, लेकिन फल कड़वा निकला।