Chandra Grahan 2024 : होली के दिन लगेगा ‘चंद्र ग्रहण’ , सबसे बड़ा अशुभ योग का दिखा संकेत… इन राशियों की बिगड़ेगी ग्रह दशा
IT Raid In CG: बताया जा रहा है कि तलाशी में 2.50 कैश,करोड़ों की हुंडी और बड़ी मात्रा में ज्वैलरी भी मिली है। इसे जांच के दायरे में लिया गया है और ज्वैलरी का मूल्यांकन किया जा रहा है। वहीं जमीन के बड़े सौदे की जानकारी मिली है। इसे देखते हुए उनके कम्प्यूटर, लैपटाॅप और प्राॅपर्टी के दस्तावेजों को जांच के दायरे में लिया गया है। इनके संबंध में रियल एस्टेट और फाइनेंस ब्रोकर, उनके सीए और एकाउटेंट से पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। छापे की यह कार्रवाई में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की 50 सदस्यीय संयुक्त टीम को शामिल किया गया है। वहीं सुरक्षा के लिए 60 जवानों को तैनात किया गया है। (IT Raid in CG)
कच्चे में कारोबार की जानकारी Income Tax Raid: रियल एस्टेट कारोबारियों द्वारा कच्चे में जमीन का सौदा किया जा रहा था।खरीदी के बाद प्लाटिंग और मकान बनाकर बेचा जा रहा था। पिछले 3 साल में करोड़ों रुपए के जमीन की खरीदी करने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से आईटी की टीम द्वारा दस्तावेजी साक्ष्य जुटाए जा रहे थे। (IT Raid) वहीं फाइनेंस ब्रोकर द्वारा करोड़ों रुपए बाजार में चलाने की जानकारी मिली थी। छोटे और मध्यम कारोबारियों को ब्याज में रकम उधार दी गई थी। (Income Tax Raid)
छापे की खबर लीक IT Raid In Chhattisgarh: आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई के पहले ही पूरे शहर में हल्ला हो गया था। मध्यप्रदेश की टीम के पहुंचने के बाद से कारोबारियों को कार्रवाई का अंदेशा जता रहे थे। साथ ही अपने सूत्रों के माध्यम से जानकारी जुटा रहे थे। (Income Tax Raid in cg) बताया जाता है दो दिनों तक संभावित ठिकानों की रैकी करने के बाद दोपहर में दबिश दी गई। हालांकि सभी टीमों को सुबह ही कार्रवाई के लिए रवाना कर दिया गया था।
Lok Sabha Election 2024 : इस लोकसभा सीट में पहले दिन किसी ने नहीं लिया फॉर्म, 19 अप्रैल को होगी वोटिंग
प्रतिष्ठान के खुलने का इंतजार IT Raid: रियल एस्टेट और फाइनेंस ब्रोकर के दफ्तर के खुलने के बाद उनके ठिकानों पर छापे मारे गए। बताया जाता है कि पहले ही उनके फर्म के खुलने और बंद होने की जानकारी जुटा ली गई थी। (Income Tax Raid in chhattisgarh) ताकि छापे के दौरान ब्रोकर और कारोबारियों के साथ ही दस्तावेजों और वहां काम करने वालों को घेरा जा सकें। बताया जाता है कि कारोबारियों के करीबी रियल एस्टेट और फाइनेंस का काम करने वालों को जांच के दायरे में लिया गया है।