ट्यूशन टीचर का रास्ता रोककर की ऐसी हरकत… फिर पर्स लेकर भागे लुटेरे, FIR दर्ज
पुलिस के मुताबिक टाटीबंध के मारुति इंक्लेव निवासी गजानंद इंगले (46) अपने साथियों के साथ मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने गए थे। मैराथन नवा रायपुर के एकात्म पथ में सुबह 4 बजे से शुरू हुआ था। गजानंद और उनके साथी 6 किमी दौड़ कैटेगिरी में हिस्सा ले रहे थे।
4 बच्चों के सिर से उठा माता-पिता का साया, रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर पति-पत्नी ने किया सुसाइड… सदमें में बच्चे
रोज सुबह करते थे मॉर्निंग वॉक कॉलोनी के लोगों के मुताबिक गजानंद रोज सुबह करीब 1 घंटा वॉकिंग करते थे। सेहत को लेकर काफी जागरूक भी थे। मैराथन में हिस्सा लेने के लिए उनके कई साथी गए थे। उन्हें 6 किमी की दौड़ में हिस्सा लिया था। मृतक की एक बेटी है और पत्नी गृहणी है। उनके माता-पिता भिलाई रहते हैं।
मैराथन में दौड़ते हुए एक ओर 46 साल के इंजीनियर की हार्टअटैक से मौत हो गई, तो दूसरी 68 साल के रिटायर्ड आईएएस दिनेश श्रीवास्तव ने 21 किमी की दौड़ पूरी की। इसके अलावा कई उम्र दराज लोगों ने भी मैराथन में हिस्सा लिया था। उन्होंने अपने टारगेट को पूरा किया।
सामान्यतः मैराथन में लोग रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अचानक दौड़ने निकल जाते हैं। इससे हार्ट की धड़कन बढ़ जाती है और अगर कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉक हो, तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इससे मौत भी हो सकती है। इंजीनियर के मामले में ऐसा ही होने की आशंका है। मैराथन के पहले जरूरी है कि धीरे-धीरे दौड़ने की प्रेक्टिस करें। इससे हार्ट को एडजस्ट होने में मदद मिलेगी। अचानक दौड़ने से हार्ट एडजस्ट नहीं हो पाता और सामान्य दिनों की तुलना में उसे ज्यादा काम करना पड़ता है।
– मॉर्निंग वॉक या मैराथन में कभी भी अचानक ना दौड़े। धीरे-धीरे दौड़ने से इसकी शुरुआत करें।
– हार्ट की धड़कन सामान्य रूप से 80 बीट प्रति मिनट होती है, लेकिन अचानक दौड़ने से बढ़कर 150 से 170 बीट प्रति मिनट के स्तर पर पहुंच जाता है। इससे हार्ट रेट और बीपी भी बढ़ जाती है। हार्ट की नसें ब्लॉक होने पर हार्ट अटैक की आशंका अधिक हो जाती है।