Diwali 2024: इस दिवाली हुई परंपरागत पटाखों की बिक्री
शहर के 150 स्थायी लाइसेंसी और विभिन्न स्थानों में 100 से ज्यादा अस्थायी दुकानों के साथ ही लाखेनगर स्थित हिंद स्पोर्टिंग मैदान में भी दुकानें खोली गई थी। इन दुकानों में दिवाली के पहले ही जमकर खरीदी शुरू हो गई थी। पटाखा कारोबारियों का कहना है कि इस बार पिछले साल की अपेक्षा 20 फीसदी ज्यादा कारोबार हुई है। हालांकि सालभर पटाखों की बिक्री होती है। लेकिन, दिवाली के समय शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों इसकी डिमांड ज्यादा होती है। इस बार पटाखे खरीदने गए लोग कम से कम एक से डेढ़ हजार रुपए खर्च करके लौटे। हालांकि, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अधिकांश कारोबारियों द्वारा इस बार ग्रीन पटाखे मंगवाए गए थे। इसके बाद भी परंपरागत पटाखों की बिक्री भी हुई।
अनार और चकरी की डिमांड
इस साल धमाके वाले पटाखों के स्थान पर अनार, चकरी, फुलझड़ी, रस्सी और कम आवाज वाले पटाखों की ज्यादा बिक्री हुई। वहीं महंगा होने के कारण रॉकेट, स्काई पटाखों की डिमांड महंगा होने के कारण कम रही। हालांकि पटाखों की रेंज में कोई ज्यादा बदलाव नहीं आया।
लेकिन, पटाखों पर लगे हुए देवी-देवताओं के चित्रों का स्थान हीरो-हिरोइन और कार्टून वाले पटाखे बिके। बच्चों के टिकली पटाखा, रील के स्थान पर पॉप अप की डिमांड सर्वाधिक रही। बता दें कि रायपुर में लाखे नगर चौक स्थित हिंद स्पोटिंग मैदान में करीब 70 अस्थायी दुकानें लगी थी, जहां देर रात तक खरीदी होती रही।
20 फीसदी का ग्रोथ
इस बार पिछले 4 साल की अपेक्षा पटाखों की खरीदी के चलते कारोबार में 20 फीसदी का ग्रोथ आया। हालांकि कारोबारियों के अनुमान से ज्यादा की इस बार पटाखे बिके। इसके चलते अधिकांश दुकानों में पटाखे ही नहीं थे। इसके चलते बडे़ दुकानों में पटाखे का स्टॉक तक खत्म होने के कारण लोगों को भटकना तक पड़ा।
जमकर खरीदी
Diwali 2024: रायपुर पटाखा एसोसिएशन सचिव, विनोद साहू ने बताया कि पटाखों की इस बार पिछले साल की अपेक्षा अच्छा कारोबार हुआ। थोक दुकानों से लेकर छोटे दुकानों में पटाखों को बिक्री हुई। इसके चलते 20 फीसदी का ग्रोथ देखने को मिला।