पुलिस के मुताबिक मेसर्स अंश इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स के संचालक अजय नायर को मेसर्स केके स्पन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हिमांशु गुप्ता, कविश गुप्ता और विनोद कुमार मित्तल ने मध्यप्रदेश में एसटीपी निर्माण का ठेका दिया था। कंपनी को भारत अमृत योजना वन के तहत एमपी के चार जिलों में (Chhattisgarh News) एसटीपी बनवाना था। इसके लिए अजय को निर्माण का ठेका दिया गया।
कंपनी का वर्क आर्डर मिलने पर अजय ने सतना में एसटीपी निर्माण शुरू कर दिया। निर्माण कार्य का 2 करोड 56 लाख 77 हजार रुपए का बिल बना। इसके भुगतान के लिए बिल केके स्पन कंपनी के डायरेक्टरों को भेजा गया। इसमें से केवल 1 करोड़ 32 लाख 72 हजार 777 रुपए (CG Hindi News) ही दिया गया। बाकी के 1 करोड़ 24 लाख 500 रुपए नहीं दिया। राशि की मांग करने पर टालमटोल करने लगे। फोन उठाना भी बंद कर दिया।
इस दौरान अजय को पता चला कि हिमांशु, कविश और विनोद कुमार ने जिस दिन उसे वर्क आर्डर जारी किया था, उसी दिन उनकी कंपनी के नाम से फर्जी बिल बनाकर (Raipur Fraud News) योजना से संबंधित विभाग में लगा दिया था। इसमें फर्जी पेटे के दस्तावेज भी थे। भुगतान मांगने पर आरोपियों ने कटनी में काम शुरू करने के लिए कहा। इस बीच अजय को पता चला कि कटनी वाला काम भी विभाग ने टर्मिनेट कर दिया है। इसके बाद भी आरोपियों ने साजिश के तहत उन्हें काम पर लगाया। इसकी शिकायत अजय ने विधानसभा थाने में की।
पुलिस ने केके स्पन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डॉयरेक्टर हिमांशु गुप्ता, कविश गुप्ता और विनोद कुमार मित्तल के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज (Thagi News) कर लिया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस लगी है। उनकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।