बताया जाता है कि नितिन के अलावा 4 अन्य पार्टनर भी महादेव सट्टा ऐप के लिए ही काम करते हैं। उन चारों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई हैं। उनसे पूछताछ भी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक नितिन के दो पार्टनरों में से एक सफायर ग्रीन कॉलोनी में रहता है। दूसरे का रेलवे स्टेशन रोड पर एक बड़ा होटल है। तीसरा पार्टनर युसूफ पुट्टी को बताया जा रहा है। एक अन्य पार्टनर भी सट्टे से जुड़ा हुआ है। नितिन और उसके पार्टनर रायपुर ही नहीं दूसरे राज्यों में भी ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे के लिए ब्रांच और आईडी बेचते थे। इससे करोड़ों रुपए कमाते थे।
सरगना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी महादेव ऐप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर और रवि उत्पल के खिलाफ रायपुर पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी कर रखा है। उसके खिलाफ तेलीबांधा थाने में अपराध दर्ज है। भिलाई के सौरभ और रवि ने महादेव ऐप बनवाया। इसके जरिए ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा को बड़े पैमाने में शुरू किया। प्रदेश के लगभग हर शहर में ब्रांच शुरू किए। हर ब्रांच का एक एजेंट बनाया। एजेँट के जरिए सैकड़ों आईडी बांटी गई। इसके जरिए रोज करोड़ों रुपए के दांव लगने लगे। वर्तमान में यह अवैध कारोबार शहर से लेकर गांवों तक फैल गया है।
जमीन खरीदी वर्ष 2022 में सिमर्स क्लब शुरू होने के बाद नितिन और उसके चारों पार्टनरों की इनकम अचानक बढ़ गई। क्लब के साथ ही उन्होंने महादेव ऐप के जरिए सट्टे का कारोबार भी शुरू कर दिया था।करीब दो साल के भीतर ही रायपुर में करीब 38 करोड़ की जमीन खरीदने की चर्चा है। कुछ (Online Satta) फैक्ट्रियों में भी पैसा लगाया गया है। बताया जाता है कि नितिन ने अपनी अधिकांश संपत्तियां अपने ड्राइवर रमेश के नाम पर कर रखा है।
बैंक खातों की जांच शनिवार को पुलिस ने नितिन मोटवानी व सागर जैन को अलग-अलग जगह से महादेव और अन्न रेड्डी के जरिए ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोपियों के साथ अन्य सटोरियों के नाम भी आए हैं। गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस नितिन, सागर सहित अन्य आरोपियों व उनसे जुड़े सटोरियों के बैंक खातों की डिटेल निकाल रही है। इन बैंक खातों में कितनी राशि का ट्रांजेक्शन हुआ है?
आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल मांगी गई है। दूसरे आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।
– दिनेश सिन्हा, डीएसपी, एसीसीयू, रायपुर