यह भी पढ़ें:
CG Election 2025: किसी भी समय लग सकती है आचार संहिता, इधर एसआई और डीएड शिक्षकों की नियुक्ति अधर में भाजपा नेता उज्जवल ने अपने ज्ञापन में सन 2018 से लेकर 2023 तक आयोजित समस्त परीक्षाओं एवं भर्तियों को
सीबीआई जांच के दायरे में लाने की मांग की है। इसके अलावा वर्ष 2021 और 2022 की परीक्षा रद्द कर समस्त नियुक्तियों को रद्द करने की मांग भी की है। बता दें कि सीजीपीएससी घोटाला मामले में सीबीआई ने सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, नीतेश सोनवानी, साहिल सोनवानी, बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल, उनके बेटे शशांक गोयल व बहू भूमिका कटियार, तत्कालीन डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर को गिरतार किया है। सभी को कोर्ट में पेश कर 15 जनवरी तक ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेजा गया है।
बता दें कि टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नीतेश सोनवानी का डिप्टी कलेक्टर के पोस्ट पर चयन हुआ है। वहीं साहिल सोनवानी का DSP के पोस्ट पर सलेक्शन हुआ है। इसके अलावा बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल के बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार दोनों का डिप्टी कलेक्टर के पोस्ट पर चयन हुआ है।
ये है पूरा मामला
सीजीपीएससी 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है। सीजीपीएससी ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया। इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे। इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है।