ओएलएक्स के बाद अब क्वीकर
पहले ओएलएक्स में सेकंडहैंड सामान खरीदी-बिक्री के लिए विज्ञापन देकर साइबर ठग लोगों को झांसा देते थे, अब उसी तरह क्वीकर में भी सक्रिय हो गए हैं। इसमें भी अलग-अलग चीजों के विज्ञापन देकर लोगों को झांसे में ले रहे हैं। ये खरीदारों के अलावा बेचने वालों को भी फांसते हैं।Cyber Fraud: नाइजीरियन करते हैं टारगेट
फेसबुक, वाट्सऐप, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया में दोस्ती, शादी और व्यवसाय के नाम पर साइबर ठगी के पीछे नाइजीरियन गिरोह का हाथ होता है। अक्सर ये महिलाओं व युवतियों को टारगेट करते हैं। इसी तरह सेकंडहैंड सामान खरीदने-बेचने, ऑफर आदि के नाम पर ठगी करने वाले राजस्थान के भरतपुर गिरोह के हैं।तत्काल करें शिकायत
ऑनलाइन ठगी होने पर तत्काल नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। साथ ही नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा रायपुर साइबर सेल सिविल लाइन में शिकायत किया जा सकता है।2 हजार से ज्यादा शिकायतें
जनवरी से मई 2024 तक अलग-अलग थानों में ऑनलाइन ठगी की 2 हजार से ज्यादा शिकायतें पहुंच चुकी हैं। कई मामलों की जांच जारी है। साइबर सेल रोज औसतन 3 से 4 शिकायतें पहुंच रही हैं। कई मामलों में पुलिस साइबर ठगों के बैंक खातों में राशि होल्ड करवा देती है।Cyber Fraud: साइबर ठगी से ऐसे बचें
-सोशल मीडिया में अनजान व्यक्ति से दोस्ती न करें। केवल डीपी-प्रोफाइल के आधार पर ही अपनी गोपनीय जानकारी शेयर न करें।-सोशल मीडिया में केवल चैटिंग के आधार पर रकम लेन-देन न करें। बैंकों और पहचान से जुड़े गोपनीय दस्तावेज शेयर न करें।
-गिफ्ट, ऑफर और सस्ते दाम वाली चीजों को खरीदने से पहले उसकी पूरी जानकारी ले लें।
-अधिकृत और प्रतिष्ठित वेबसाइटों से ही शॉपिंग करें।
-सोशल मीडिया में अपनी व्यक्तिगत जानकारियां शेयर न करें।