यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस ने बदली प्रकृति और प्रवृत्ति, रिसर्च से पता चलेगा कितना शक्तिशाली है ये स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (CG Health Minister TS Singh Deo) ने इससे संबंधित संकेत दिए हैं। उन्होंने ट्वीट किया- मैं योग्य होते ही कोवैक्सीन ही लगवाऊंगा। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने भारत सरकार द्वारा 23 जनवरी और 8 फरवरी को सप्लाई हुई 77500 कोवैक्सीन की डोज के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा रखा है। ये सभी वैक्सीन रायपुर स्थित कोल्ड स्टोरेज में रखी हुई हैं। सिंहदेव ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमें हमारे स्वदेशी टीके पर गर्व है।
मगर, अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का पूरा होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों से कुछ लोगों ने टीकाकरण अभियान में छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए हैं, मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि प्रदेश की जनता सरकार की सवोच्च प्राथमिकता में हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कोवैक्सीन के इस्तेमाल न करने को लेकर सवाल उठाए थे।
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आगे की पूरी प्रक्रिया इस प्रकार होगी
बनेंगे अलग केंद्र- पत्रिका को राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति मिलते ही, मेडिकल कॉलेज और चुनिंदा जिला अस्पतालों में ही इसके केंद्र बनाए जाएंगे। ये केंद्र कोविशील्ड के टीकाकरण केंद्र से कुछ ही दूरी पर होंगे।
सहमति पत्र भरना होगा- अभी तक की जानकारी के मुताबिक कोवैक्सीन के साथ आए सहमति पत्र को भरना होगा। जिसमें लिखा है कि आप अपनी सहमति से वैक्सीन लगवा रहे हैं, जबकि कोविशील्ड के साथ ऐसा नहीं है।
एक दिन में लगे 48639 डोज- राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार को रेकॉर्ड 48639 टीके लगे। जो सभी वर्गों को मिलाकर हैं। इनमें हैल्थ केयर, फ्रंटलाइन वर्कर, बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक उम्र के बीमार व्यक्ति शामिल हैं।