कचना रेलवे फाटक रायपुर-वाल्टेयर रेलवे लाइन पर है। यह लाइन अब डबल हो चुकी है। घनी आबादी के बीच इस फाटक से होकर ट्रेनों की आवाजाही भी तेजी से बढ़ी है। क्योंकि इस लाइन से मालगाडि़यों के साथ ही डेढ़ दर्जन यात्री ट्रेनों आती-जाती हैं। ऐसे में बार-बार फाटक बंद होने से जहां हमेशा खतरा रहता है, वहीं फाटक के दोनों तरफ ट्रैफिक जाम में लोग हर दिन हलाकान होते हैं। लेकिन, अब निर्माण शुरू हो जाने से डेढ़ से दो साल के अंदर इस क्षेत्र के लगभग डेढ़ लाख लोगों को खतरे के बीच फाटक पार करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा। स्कूली बसें भी ओवरब्रिज से दौड़ेंगी।
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दो साल के इंतजार के बाद शुरू हुआ निर्माण बता दें कि साल 2021 में कचना रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बनाने की आधारशिला मेडिकल कॉलेज सभागार में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने रखा था। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण का भी उद्घाटन किया था। परंतु कचना ओवरब्रिज निर्माण की ऐसी फाइल चलती रही कि दो साल तक इंतजार करना पड़ा, तब जाकर टेंडर फाइनल हुआ। ओवरब्रिज का निर्माण पीडब्ल्यूडी ब्रिज परिक्षेत्र करा रहा है, जिसका ठेका मेसर्स के. चंद्रशेखर राव को मिला है। इससे पहले दो टेंडर निरस्त किए गए। यह भी पढ़ें
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एक नजर में 871.84 ओवरब्रिज की लंबाई13.5 मीटर चौड़ी बनेगी ब्रिज
35.34 करोड़ अनुमानित लागत
27 सितंबर को वर्कआर्डर जारी
18 माह निर्माण पूरा करने का समय तय शहर के बीच वाल्टेयर लाइन की दूसरी ओवरब्रिज
रायपुर स्टेशन से ओडि़शा के बीच वाल्टेयर रेल लाइन अभी तक सिंगल थी, जिसका दोहरीकरण हो चुका है। इस लाइन पर शंकरनगर-अनुपमनगर फाटक के बाद कचना रेलवे फाटक पर दूसरी ओवरब्रिज बनने जा रही है। चूंकि दोनों तरफ बसाहट तेजी से बढ़ रही है, इसलिए ओवरब्रिज जरूरी थी। फाटक के पास ब्रिज के पिलर्स बनाने का काम शुरू होगा। इसके साथ ही मुआवजा निराकरण की भी प्रक्रिया चल रही है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अनुसार टेंडर शतोZं में 18 महीने में निर्माण कार्य ठेकेदार को पूरा कराना है।
कचना में ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हो गया है। शर्त के अनुसार ठेकेदार को 18 महीने में निर्माण कार्य पूरा करना है। यह काम हो जाने पर शहर के लोगों को आवाजाही में काफी सुविधा होगी। – विवेक शुक्ला, कार्यपालन अभियंता, ब्रिज पीडब्ल्यूडी