विधायक के कहने से शुरू हुई डैम की खुदाई, अब मंत्री करेंगे कार्रवाही, पढ़े पूरा मामला
आज 1 अगस्त को प्रदेश में हरेली तिहार धूमधाम से मनाया जाएगा। यह छत्तीसगढ़ का प्रमुख लोक पर्व है। ग्रामीण अंचल पर इस लोक पर्व का लोगों का उत्साह देखने को मिलता है। किसान अपने खेतों में आषाढ़ से ही बोआई का कार्य करते हैं, जो सावन के माह तक चलता है। सावन माह के अमावस्या को हरेली का पर्व मनाया जाता है।Video: सेल्फी लेते वक्त फिसल गया पैर, उफनते नदी में जा पहुंची युवती
चीला व चौसेला रोटी का लगेगा भोग
हरेली में हर घर में कृषि औजारों की पूजा कृषक श्रद्धा भाव से वैदिक विधियों से करते है । इसके साथ ही चावल के आटे से बने छत्तीसगढ़ी व्यंजन भोग में अर्पित किया जाता हैं । इसमें खास तौर पर चीला, चौसेला, फरा, खीर, बड़ा व भजिया जैसे पारंपरिक व्यंजन शामिल हैं।
प्रत्येक घर में होगी पूजा
प्रदेश में कृषि का कार्य ही जीविकोपार्जन का माध्यम है। इसलिए घर-घर कृषि औजारों की पूजा करते हुए किसान अच्छी फसल की कामना करेंगे। इस दिन हर कोई उत्साहित नजर आता है और त्योहार का जम कर आनंद उठाता है।
यहां तिरपाल लगाकर किया जाता है दाह संस्कार, परिजनों की तकलीफ जानकर भड़क जाएंगे आप
लगेगी नारियल की बाजी
हरेली में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में युवा नारियल फेंक का खेल अक्सर आज भी खेलते हैं । इसमें नारियल फेंकने की प्रतियोगिता होती है और दूरी के लिए बोली लगाई जाती है । युवा उत्साह से इस खेल का हिस्सा बनते है और नारियल फेंक में शामिल होते है ।
गेंड़ी चढ़ेंगे बच्चे
जिले के ग्रामीण अंचलों में इस पर्व पर बांस की बल्लियों से गेंड़ी तैयार की जाती है। गांव के सभी क्षेत्रों में गेंड़ी बनाने का कार्य एक हप्ते पहले से शुरू कर दिया जाता है और हरेली के दिन बच्चे गेंड़ी चढ़कर कई तरह की प्रतियोगिताएं करेंते है ।
जब लड़की ड्यूटी करने पहुंची अस्पताल, तो सीनियर ने किया दरवाजा बंद और करने लगा ज़बरदस्ती गन्दा काम
लोहार का होगा महत्व
हरेली का पर्व तंत्र साधना के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस वजह से इस दिन गांव में लोहार का महत्व बढ़ जाता है। ऐसी मान्यता है कि बुरी नजर से बचाने में लोहा महत्वपूर्ण होता है और लोहार घर-घर जाकर कील ठोकता है।