परिसीमन के बाद, मतदाता सूची से हजारों नाम गायब, कई वोटरों के दो वार्डों में नाम
जानकारी के अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग ने ऐसे नेताओं की जानकारी इकठ्ठा की थी जिनके खिलाफ आरोप सिद्ध हो चुके हैं। आमतौर पर धारा 40 के तहत पंच सरपंच के खिलाफ कार्यवाही होती है। आयोग ने भी इसी दायरे में यह कार्यवाही की है। हालांकि यह जानकारी नहीं मिल पाई है की किस धारा के तहत नेताओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ठाकुर रामसिंह ने नेताओं पर प्रतिबन्ध लगाने की पुष्टि की है।
Big Breaking: दिसंबर-जनवरी में होंगे पंचायत चुनाव, नए सिरे से होगा परिसीमन
आमतौर पर महापौर के लिए चुनाव में खर्च की सीमा निर्धारित होती है पार्षदों के लिए कोई सीमा नहीं है ऐसी स्थिति में जिन नेताओं पर प्रतिबंध लगाने की खबर मिल रही है ज्यादातर गंभीर अपराध की श्रेणी वाले होंगे इसमें निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है फिलहाल इस खबर के बाद ज्यादातर विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं में हड़कंप मचा है और 130 नेताओं की सूची जारी होने का इंतजार है।