इंफ्लुएंसर्स से चर्चा करते हुए द बस्तर मड़ई कॉन्सेप्ट के माध्यम से
बस्तर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए सहयोग प्रदान करने कहा। बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा बस्तर में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई द बस्तर मड़ई का बस्तर टूरिस्ट सर्किट मैप और थीम यूजिक (Chhattisgarh News) का हाल ही में विमोचन किया गया है।
75 दिनों तक बस्तर दशहरा का होता है आयोजन
कलेक्टर बस्तर विजय दयाराम के. ने बताया कि लगभग 75 दिनों तक चलने वाला बस्तर दशहरा के दौरान विभिन्न पूजा विधान के अंतराल को देखते हुए दशहरा के साथ-साथ बस्तर की
प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थलों, एडवेंचर स्थल, सांस्कृतिक स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराने के लिए प्रशासन द्वारा द बस्तर मड़ई का कॉन्सेप्ट तैयार किया गया है। इसके तहत बस्तर में पर्यटकों को अन्य स्थलों का भ्रमण सहित देखने-समझने का सुअवसर मिल सके।
नीले से जल, हरे से जंगल,भूरे से गुफाएं, पीले से हाट और लाल रंग से आध्यात्मिकता
उन्होंने बताया कि द बस्तर मड़ई में नीला रंग में बस्तर के जल से संबंधित पर्यटन स्थल, हरा रंग जंगल से संबंधित स्थल, भूरा रंग गुफा और पुरातव स्थल, पीला रंग आदिवासी संस्कृति एवं बस्तर के हाट-बाजार और लाल रंग में बस्तर की आध्यात्मिक शक्ति विशेषकर आराध्य देवी मां दंतेश्वरी और ऐतिहासिक बस्तर दशहरा को प्रदर्शित किया गया है।
बस्तर टूरिस्ट सर्किट मैप चार रंगों के 42 पर्यटन स्थलों की जानकारी तथा स्थलों की संक्षिप्त विवरण के साथ रूट की जानकारी और बस्तर जिला में पहुंचने के लिए (Chhattisgarh News) परिवहन सेवा रेलमार्ग, वायुमार्ग एवं सड़क मार्ग की जानकारी दी गई है।