रिसर्च के बाद भी नहीं सुलझा रहस्य
यह पत्थर यहां कहां से आया? और इस पत्थर से ऐसी आवाजें क्यों निकलती हैं? यह रहस्य (Mystery) सुलझाने के लिए इस पत्थर पर वैज्ञानिकों द्वारा कई रिसर्च किए जा चुके हैं। कुछ लोगों का मानना है यह आसमान से गिरा था, तो कुछ लोगों का मानना है कि यह एक उल्का पिंड का टूकड़ा है जो टूटकर धरती पर गिरा था। पर इस पत्थर के आवाज के पीछे की कहानी अब तक कोई नहीं सुलझा पाया है।
ऐसा है ठिनठिनी पत्थर (Thinthini patthar) का स्वरूप
यह ठिनठिनी पत्थर (Thinthini patthar) लगभग 5 फीट लंबा और ढाई फीट चौड़ा है। यह पत्थर रवादार और चमकदार दिखाई देता है। इसका वास्तविक नाम फोनोटिक पत्थर है।
सुरक्षित रखने की आवश्यकता
ठिनठिनी पत्थर (Thinthini patthar) अपनी खुबियों के कारण लोगों के बीच आकर्षक का केन्द्र बना हुआ है। इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं और इसे दूसरे पत्थरों से पीट-पीटकर देखते हैं। इसलिए इस पत्थर में जगह-जगह गड्ढ़े हो गए हैं। ऐसे में भविष्य के लिए इस पत्थर को सुरक्षित करने की जरूरत हैं। वरना कुछ समय बाद यह पत्थर नष्ट हो जाएगा।