Heavy rain: मौसम विभाग ने सरगुजा, बिलासपुर,
रायपुर और दुर्ग संभाग के जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा तो कहीं अतिभारी बारिश की चेतावनी है। बता दें कि प्रदेश में जब से सावन लगा हुआ है तब से लेकर लगातार झमाझम बारिश हो रही है। वहीं बारिश के थमने के बाद अब प्रदेश में मानसून का सेकंड फेज शुरू हो गया है।
Heavy rain: 13 अगस्त तक बारिश का अलर्ट
लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के दुर्ग, रायपुर, बलौदाबाजार, सारंगढ़-बिलाईगढ़, बेमेतरा, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर—चांपा, सक्ति, रायगढ़, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, जशपुर, सूरजपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़, बलरामपुर में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं अन्य जिलों में हल्की से मध्य बारिश का अनुमान है। बीजापुर में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश में 1 जून से अब तक बारिश का रिकॉर्ड राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किया है। जिसके मुताबिक प्रदेश में अब तक 750.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। वहीं जिलों की बात करें तो बीजापुर में सबसे अधिक औसत वर्षा 1693.3 मिमी हुई है और सबसे कम 370.1 मिमी औसत वर्षा सरगुजा जिले में दर्ज की गई है।
जुलाई में डेड लेबल तक पहुंच गए थे जलाशय
शुरूआत में मानसून की बेरूखी के कारण जिले में काफी विलंब से बारिश हुई। इसके चलते न सिर्फ खेती पिछड़ गई थी, बल्कि जुलाई में जलाशयों की भी हालत खराब हो गई थी। हालात यह था कि 20 जुलाई की बारिश से पहले तांदुला डेड लेबल तक पहुंच गया था। यहां केवल 5 फीसदी पानी था। वहीं खरखरा भी तल तक सूख गया था और महज 15 फीसदी पानी रह गया था। हालांकि अब जलाशयों की स्थिति सुधर गई है।
जलाशयों की यह स्थिति पिछली बार और अब
तांदुला
कुल क्षमता – 10674 मि. घनफुट
19 जुलाई को भराव – 537.7 मि. घनफुट
प्रतिशत – 5
अब भराव की स्थिति – 9072.9 मि. घनफुट
प्रतिशत – 85
खरखरा
भराव क्षमता – 5000 मि. घनफुट
19 जुलाई को भराव – 750 मि. घनफुट
प्रतिशत – 15
अब भराव की स्थिति -4750 मि. घनफुट
प्रतिशत – 95