उत्तर भारत के आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ चुका है। वर्तमान में विदर्भ से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है, लेकिन इसका प्रदेश के मौसम पर विशेष असर नहीं पड़ रहा है। हवाओं के साथ नमी नहीं आने की वजह से वातावरण शुष्क बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी मिलने का सिलसिला थम जाने से पूरे प्रदेश में मौसम साफ हो गया है। हवाओं का रुख कभी दक्षिण-पूर्वी तो कभी पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से तापमान लगातार बढ़ने लगा है। मौसम का इस तरह का मिजाज एक सप्ताह बाद हल्के बादलों की आवाजाही हो सकती है।