बता दें कि सोमवार से मानसून राजस्थान के रास्ते देश की सीमा पार कर रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, सामान्य तौर (Monsoon) पर राजस्थान से लौटते मानसून को छत्तीसगढ़ की सीमा पार करने में 10 से 15 दिन का समय लगता है। अगर इस सप्ताह राजस्थान से वापसी शुरू हो गई तो अक्टूबर के पहले सप्ताह तक यहां से भी मानसून पीछे हट जाएगा। इससे पहले यहां बरसात का एक और मजबूत सिस्टम बन रहा है। दो दिन बारिश के बाद धीरे-धीरे बरसात कम होती चली जाएगी। वर्षा के (Weather Update) मुख्य आंकड़े (मिमी):- सुकमा 80, पलारी 60, मस्तूरी, तिल्दा 50, कोरबा, पाली, भाटापारा, बिलासपुर 40, अकलतरा, बिल्हा, मनोरा, पेंड्रा, बलौदा, पेंड्रा रोड 30 लोरमी, कुनकुरी, करतला कटघोरा सिमगा, धमतरी, जशपुरनगर, नारायणपुर, सीतापुर, तखतपुर 20, आरंग, उसूर, कुआकोंडा, चांपा, लखनपुर, गुरुर, ङ्क्षछदगढ़, तपकरा, मैनपाट, दुर्गकोंदल, बलौदा बाजार, शंकरगढ़, खरसिया, कटेकल्याण, सक्ती, देवभोग, दंतेवाड़ा 10 तथा कुछ और स्थानों पर इससे कम वर्षा दर्ज की गई।
यह सिस्टम कराएगा बरसात Weather Alert: मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक औसत समुद्र तल पर एक मानसून द्रोणिका गंगानगर, नरोला, ग्वालियर, लखनऊ, पटना, मालदा और वहां से पूर्व की ओर मणिपुर तक गुजरती रहती है। एक द्रोणिका झारखंड से दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व विदर्भ होते हुए औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक चक्रवात दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश व उसके आस-पास के क्षेत्र मे 3.1 किमी ऊंचाई तक फैला है। एक द्रोणिका उत्तरी उत्तर प्रदेश के मध्य भाग से उत्तर बांग्लादेश (CG Weather Update) तक चक्रवाती परिसंचरण तथा झारखंड होते हुए औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊंचाई तक फैला है।
येलो अलर्ट जारी Weather Update: सोमवार को प्रदेश के अनेक स्थानों खासकर गरियाबंद, महासमुन्द, रायगढ़ से लगे पूर्वी छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जो अगले कुछ दिनों तक होती रहेगी। दिनभर धूप के बाद शाम रात को यह बारिश होगी। मौसम विभाग ने सोमवार तक के लिए दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।