शाला संचालकों ने आरटीई (राइट टु एजुकेशन) के 250 करोड़ का भुगतान करने, आरटीई की राशि बढ़ाने समेत 8 मांगें रखी हैं। मांगें नहीं मानी गईं तो प्राइवेट (School Closed) स्कूलों के संचालक 21 सितंबर को राजधानी में बड़ी रैली भी निकालने की तैयारी में है।
आरटीई है वजह CG private school closed: दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग ने बीते 12 सालों से आरटीई की राशि नहीं बढ़ाई है। शाला संचालकों का कहना है कि फीस का ये मॉडल 12 साल पुराना है। आज के दौर में इतने पैसों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मेंटेन करना मुश्किल है। ऐसे में प्राइमरी स्कूल में एक बच्चे के पीछे 15 हजार, मिडिल में 20 हजार और हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में 25 हजार की मांग की जा रही है।
इसके अलावा आरटीई की राशि पीएमएफए के तहत स्कूल के खातों में डालने की मांग है। फिलहाल स्कूल शिक्षा विभाग स्कूल के नाम से बैंकों को चेक जारी करता है। इसे खातों में पहुंचने में डेढ़-दो महीने का समय लग जाता है। पीएमएफए से जुड़ते ही फंड सीधे खातों में चला जाएगा।
Schools closed in Chhattisgarh: आरटीई की राशि 12 साल से नहीं बढ़ाई गई। इसका 250 करोड़ रुपए का भुगतान अटका हुआ है। सरकारी और निजी स्कूल के बच्चों में योजना के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है। इन सबके विरोध में गुरुवार को प्रदेश के सभी निजी स्कूल बंद रहेंगे।
– राजीव गुप्ता, अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन निजी स्कूलों के संचालकों ने गुरुवार को स्कूल बंद रखने की सूचना दी है। छात्रहित में हमने उन्हें ऐसा करने से मना किया, लेकिन वे नहीं माने। एक धड़ा इस प्रदर्शन से अलग रहेगा। ऐसे में गुरुवार को कई निजी स्कूल खुल भी सकते हैं। -हिमांशु भारतीय, जिला शिक्षा अधिकारी, रायपुर