CG Politics: सदस्यता बनाने में आ रही ये दिक्कतें
शहरी क्षेत्र के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाने में किसी प्रकार की नेटवर्क की दिक्कत नहीं आ रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों खासकर वनांचल क्षेत्रों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाने के दौरान मोबाइल नेटवर्क की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में कार्यकर्ता कभी पेड़ पर चढ़कर तो कभी सीढ़ी से छत पर चढ़कर
ऑनलाइन सदस्य बनाने में लगे हुए है। कुछ तो ऐसे भी कार्यकर्ता हैं, जो पेड़ और छत पर न चढ़ना पड़े इसलिए अपना खुद का वाई-फाई सिस्टम ही लेकर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं, ताकि नेटवर्क की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
ऑफलाइन भी फार्म भरवाने का प्रावधान
सदस्यता अभियान में प्रदेश के सभी कार्यकर्ता पूरी तन्मयता के साथ जुटे हुए हैं। अब तक 27 लाख से अधिक सदस्य बन चुके हैं। यह उपलब्धि 26 दिनों में मिली है। दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में जरूर नेटवर्क की दिक्कतें आ रही है। लेकिन इसका भी हल कार्यकर्ताओं ने निकाल लिया है। कोई खुद का वाई-फाई लेकर चल रहे हैं, तो कोई छत वगैरह में चढ़कर फार्म भरवा रहे हैं। वैसे जहां नेटवर्क की दिक्कत हैं, वहां ऑफ लाइन भी फार्म भरवाने का प्रावधान हैं। कार्यकर्ताओं को करनी पड़ रही काफी जद्दोजहद
भाजपा सदस्यता अभियान, प्रदेश संयोजक, अनुराग सिंहदेव ने पत्रिका को जानकारी दी, बताया जाता है कि बस्तर और सरगुजा क्षेत्रों के वनांचल गांवों में सदस्य बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
(CG Politics) कुछ कार्यकर्ताओं ने बताया कि गांव में घर पर मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता है, लेकिन जैसे ही छत पर चढ़ते हैं, हल्का नेटवर्क मिलता है, लेकिन ऑनलाइन फार्म भरवाने में दिक्कत आती है। ऐसे में किसी ऐसे ऊंचे पेड़ पर चढ़कर जहां नेटवर्क आता है, वहां मोबाइल से ऑनलाइन फार्म भर रहे हैं।
पार्षद चुनाव में भी दिए जा सकते हैं टिकट
CG Politics: बता दें कि प्रदेश भाजपा ने 60 लाख सदस्य बनाने के टारगेट को पूरा करने के लिए हाल ही में ही सभी जिलों के टारगेट में 20 प्रतिशत वृद्धि की है। इस लिहाज से हर कार्यकर्ता को पहले 100- 100 सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया था। इसे बढ़ाकर अब 170 कर दिया है। भाजपा ने सदस्यता अभियान के लिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए एक और स्कीम जारी किया है, जिसमें जो तीन हजार से ज्यादा सदस्य बनाएंगे, उसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ भोजन करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा भविष्य में मोर्च-प्रकोष्ठों में भी पद भी दिए जाएंगे। इसके अलावा पार्षद चुनाव में भी टिकट दिए जा सकते हैं।