इसलिए उनके बाड़ों को ग्रीन नेट व खस का परदा लगाया है। साथ ही, कूलिंग सिस्टम को भी बेहतर बनाया है। हर जगह उनके लिए पानी उपलब्ध है। साथ ही, जानवरों के आहार में भी बदलाव किया है।
CG Nautapa 2024: पानी के टब में नहाते बाघ
बाडे के अंदर व बाहर सिंह व बाघ के लिए कूलर लगाया गया है। साथ ही, बाड़े में सीमेंट का छोटा सा टब बनाया गया है। अधिकांश सफेद बाघ व बंगाल टाइगर पानी में नहाते देखे जा सकते हैं।
CG Nautapa 2024: ओआरएस घोल दिन में दो बार
वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. राकेश वर्मा ने बताया कि धूप से बचाव के लिए हिरण, चीतल, पक्षियों के बाड़े में ग्रीन नेट के साथ-साथ घास फूस डालकर छोटी-छोटी झोपड़ी बनाई गई है। उन्हें दो टाइम ओआरएस घोल पिलाया जाता है ताकि वे हाइड्रेटेड रहें। उन्हें मौसमी फल भी खिलाया जा रहा है।