डुबकी कढ़ी छत्तीसगढ़ राज्य में प्रसिद्ध एक बर्तन वाली दही आधारित व्यंजन है। डुबकी का अर्थ है गोता लगाना और इस कढ़ी का यह नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि इसमें कढ़ी में भिगोई हुई और पिसी हुई उड़द दाल से बनी छोटी-छोटी पकौड़ियां होती हैं और यह पकौड़े कढ़ी में डूबते हैं, इसलिए इसका नाम डुबकी कढ़ी रखा गया है। आप सोच रहे होंगे कि ये कढ़ी कैसे बनाया जाता हैं तो घबराएं नहीं हम आपके लिए लेकर आए ये खास रेसिपी….
सामग्री > 2 कप छिली और छिली हुई उड़द दाल
> 1 कप दही
> लहसुन की 6 कलियाँ
> 2 हरी मिर्च
> ½ एक अदरक
> ½ छोटा चम्मच सरसों के बीज
> 1 बड़ा चम्मच सरसों का तेल
> ¼ छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
> थोड़ी-सी करी पत्ता
> 2 सूखी लाल मिर्च
> हिंग
> धनिया पत्ती
> स्वाद अनुसार नमक
बनाने की विधि – डुबकी कढ़ी बनाने के लिए सबसे पहले उडद दाल को दो तीन घंटे पहले पानी में भिगोकर कर रखें।
– अब भीगी हुई दाल को जार में डालें साथ ही इसमें लहसुन की कलियां, अदरक और हरी मिर्च भी डाल दें।
– सभी चीजों को मिलाकर मुलायम पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में स्वाद अनुसार नमक डालकर एक तरफ रख दें। – अब एक बड़ा कटोरा ले और उसमें दही डालें। जिसके बाद उसे अच्छी तरह फेंटें ताकि कोई गुठलियां न रहें।
– इस फेंटे हुए दही में 1 छोटी चम्मच उड़द दाल का पेस्ट मिला दीजिये फिर दही को अच्छे से फेंट लीजिए। – एक कढ़ाई में सरसों का तेल डालकर तेज आंच पर गर्म करें। जब धुआं निकलने लगे तो आंच धीमी कर दें और तेल को ठंडा कर लें।
– इस तेल में आप राई और हींग डालें। उन्हें फूटने दें। साथ ही हल्दी पाउडर, सूखी लाल मिर्च और करी पत्ता भी डालें। इन सामग्री को थोड़ा-सा भून लें और फेंटा हुआ दही (आंच धीमी करके) डाल दें।
– इसके बाद जरूरत के अनुसार पानी डालें और उबलने दें। – तैयार की गई उड़द दाल के पेस्ट की छोटी-छोटी पकौड़ियां बनाएं और उबलते हुए कढ़ी में डालें। पकौड़ी को कढ़ी में पकने दीजिये। जब पकौड़े सतह पर आ जाएं तो समझ जाए कि वे पक गए हैं।
– अब कढ़ी में स्वादानुसार नमक डालकर बारीक कटे हुए धनिये से सजा दें। गरमा-गरम आपकी “डुबकी कढ़ी” बनकर तैयारहैं। आप इससे चावल के साथ परोस कर आनंद लेते खिला व खा सकते हैं।