CG Doctors Salary Hike: स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को दिया जाने वाला सबसे ज्यादा वेतन
कोरबा में प्रोफेसर को हर माह 2.40 लाख, एसोसिएट प्रोफेसर को 1.95 लाख व असिस्टेंट प्रोफेसर को 1.25 लाख वेतन दिया जा रहा है। यह प्रदेश में किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को दिया जाने वाला सबसे ज्यादा वेतन है। एसआर को 95 हजार वेतन दिया जा रहा है। यह वेतन वर्तमान में नेहरू मेडिकल कॉलेज
रायपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर को दिया जा रहा है। अब इसमें 5 हजार रुपए मासिक वृद्धि हुई है। आदेश में यही उल्लेख करने वाली बात है।
डीकेएस के संविदा सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को हर माह 1.15 से 2.25 लाख वेतन दिया जा रहा है, जो कोरबा से भी कम है। वहीं बिलासपुर में खुले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टरों को 2 से 3 लाख रुपए वेतन दिया जाएगा। इसे शासन की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। वहीं जगदलपुर में खुलने वाले सुपर स्पेशलिटी
अस्पताल के लिए अब तक वेतन तय नहीं किया गया है। अनुसूचित क्षेत्र होने के कारण कॉलेज प्रबंधन ने वहां 4 से 5 लाख मासिक वेतन देने का प्रस्ताव शासन को भेजा है।
सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों के वेतन पर निर्णय नही
प्रदेश के नियमित सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों के वेतन बढ़ाने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जबकि पिछले साल से फाइल डीएमई से लेकर शासन के पास पहुंची थी। डीएमई कार्यालय ने प्रोफेसरों को 2.91, एसो. प्रोफेसरों को 2.68 व असिस्टेंट प्रोफेसरों को 2.29 लाख मासिक वेतन भेजने की गलत जानकारी शासन को भेज दी थी। इस पर
डॉक्टरों ने आपत्ति की और तत्कालीन कमिश्नर जेपी पाठक ने गलती स्वीकारते हुए नए सिरे से प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा। इस चक्कर में उनके वेतन बढ़ाने की प्रक्रिया काफी पीछे चली गई है। डीकेएस के संविदा डॉक्टरों का वेतन नियमित सुपर स्पेशलिटी डॉक्टरों से ज्यादा है।
कोरबा
असिस्टेंट प्रोफेसर- 1.25 लाख एसो. प्रोफेसर- 1.95 लाख प्रोफेसर- 2.40 लाख कांकेर-जगदलपुर असिस्टेंट प्रोफेसर- 95 हजार से 1.15 लाख एसो. प्रोफेसर- 1.55 से 1.60 लाख प्रोफेसर- 1.90 लाख डीकेएस
असिस्टेंट प्रोफेसर- 1.15 लाख एसो. प्रोफेसर- 2 लाख प्रोफेसर- 2.25 लाख
बिलासपुर में सुपर स्पेशलिटी
असिस्टेंट प्रोफेसर- 2 लाख एसो. प्रोफेसर- 2.5 लाख प्रोफेसर- 3 लाख
जगदलपुर कलेक्टर ने वेतन की अतिरिक्त राशि डीएमएफ से देने से मना कर दिया था। जबकि, संभाग कमिश्नर इस संबंध में राजी हैं। यही कारण है कि वहां अब तक वेतन तय नहीं किया जा सका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल मार्च के पहले सप्ताह में बिलासपुर व जगदलपुर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का लोकार्पण भी करने वाले थे, लेकिन अधूरी तैयारी की वजह से यह टल गया। गौरतलब है कि पिछले साल डीएमई कार्यालय ने शासन को पत्र भेजकर कोरबा, जगदलपुर व कांकेर का वेतन बढ़ाने की मांग की थी। फरवरी में कोरबा में वेतन बढ़ गया, लेकिन बाकी जगह बाकी है। पत्रिका ने 22 अप्रैल व 2 जून के अंक में जगदलपुर व कोरबा के डॉक्टरों को मिलेगा डीकेएस से ज्यादा वेतन तथा कोरबा के डॉक्टरों को 2.40 लाख वेतन शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।