ईओडब्ल्यू के उपसंचालक अभियोजक मिथिलेश वर्मा ने बताया कि उक्त दोनों भाइयों को 13 जून शाम 7.15 बजे गिरफ्तार किया गया। कोल घोटाले की जांच के दौरान पता चला कि उक्त दोनों भाई कोयला घोटाले में जेल भेजे गए कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के कहने पर कोयला घोटाले में वसूल की गई रकम को सूर्यकांत के भाई रजनीकांत तिवारी को रायपुर के अनुपम नगर स्टेट घर पर लाकर देता था।
इसकी रकम मिलने के बाद कारोबारी को वाट्सऐप पर कोयला डिलीवरी ऑर्डर की कॉपी मिलने के बाद खनिज अधिकारियों को डीओ लेटर भेजा जाता था। जांच के दौरान मिले इनपुट के आधार पर दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान मिले इनपुट के आधार पर दोनों से पूछताछ की जरूरत बताते हुए रिमांड पर देने का अनुरोध किया, जिसे विशेष न्यायाधीश ने स्वीकार किया।
CG Coal Scam: शराब घोटाले में गिरफ्तारी की सुनवाई 18 को
शराब घोटाले में अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, एपी त्रिपाठी और त्रिलोक ढिल्लन को गिरफ्तार कर रिमांड पर लेने के लिए ईडी ने आवेदन लगाया था। बचाव पक्ष ने विशेष न्यायाधीश की अदालत में रिमांड आवेदन और गिरफ्तारी का विरोध करते हुए अपना पक्ष रखने के लिए अदालत से समय मांगा। जिसे न्यायाधीश में स्वीकार कर 18 जून को दलील पेश करने का समय दिया है।
वहीं शराब घोटाले में जेल भेजे गए पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा को विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया था। इस दौरान ईडी के अधिवक्ता ने बताया कि इस समय शराब घोटाले की जांच चल रही है इसे देखते हुए न्यायिक रिमांड को बढ़ाने का अनुरोध किया। विशेष न्यायाधीश ने इसे स्वीकार करते हुए 19 जून तक रिमांड को बढ़ा दिया है।