कार्यक्रम में उपस्थित रहे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंघदेव ने भी कानून का विरोध जताते हुए संविधान के प्रस्तावना का पाठ किया। जिसका वीडियो ट्वीट करते हुए जनता के साथ साझा किया है।
वही दिल्ली से लौटे सीएम भूपेश बघेल ने कहा – मैं पहला आदमी होऊँगा जो उस NRC रजिस्टर में दस्तखत नहीं करूँगा, सरकार चाहे कुछ कर ले। आपको बता दें दिल्ली पुलिस की इजाजत नहीं मिलने से कांग्रेस ने रविवार को जो कार्यक्रम रद्द किया था, वह अब शुरू हो गया है। यह कार्यक्रम राजघाट स्थित गांधी समाधि के पास हो रहा है। मंत्री टी एस सिंघदेव के अलावा लोकसभा की पूर्व स्पीकर और कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने भी प्रस्तावना पढ़ी। उन्होंन कहा कि इस देश को आजाद कराने में में दलितों, गरीबों और हर धर्म के लोगों ने अपनी भूमिका निभाई थी और कुर्बानी भी दी थी। उस समय किसी ने उनसे नागरिकता नहीं पूछी थी लेकिन आज ऐसा क्या हो गया जो नागरिकता पूछी जा रही है। आज जो नागरिकता पूछ रहे हैं वो कुर्बानी के समय गायब थे। संविधान का निर्माण अंबेडकर जी, गांधी जी नेहरू जी ने बनाया है। कांग्रेस की आत्मा ने बनाया है, हम इस पर आंच नहीं आने देंगे।
इसमें जनभागीदारी के लिए खुद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को युवाओं, छात्रों तथा अन्य लोगों से राजघाट पर आने की अपील की है। राहुल और प्रियंका ने लोगों का आह्वान कर उन्हें सत्याग्रह सफल बनाने को कहा है। राहुल ने सुबह ट्वीट किया कि राजघाट पर दिन में तीन बजे मेरे साथ सत्याग्रह में शामिल होइए, ताकि मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया जाए। उधर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, यह देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है।
सोनिया, मनमोहन और राहुल ने पढ़ी संविधान की प्रस्तावना
सत्याग्रह में सबसे पहले बोलते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। सोनिया गांधी के बाद डॉ. मनमोहन सिंह ने भी संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। इन दोनों नेताओं ने अंग्रेजी में ही प्रस्तावना पढ़ी। बाद में राहुल गांधी ने भी प्रस्तावना पढ़ा।
पीएम मोदी आरएसएस के एजेंडे पर काम कर रहे- गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि नागरिकता कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वो देश को बांटना चाहते हैं। गहलोत ने कहा हम उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं और पूरा देश भी। साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश में नागरिकता कानून लागू नहीं करेंगे। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को भी पढ़ा।
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