JEE Main 2020: जेईई मेंस रजिस्ट्रेशन की बढ़ी तारीख, अब 10 अक्टूबर तक कर सकते हैं अप्लाई
दरअसल कांग्रेस नेता और बिल्डर गजराज पगारिया की पत्नी दुर्गादेवी के नाम से छत्तीसगढ़ पावर प्रोजेक्ट कंपनी है। इसमें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर मेंबर में उनका बड़ा भाई सुशील भी है। 2013 में उन्होंने कंपनी शुरू की थी। सुशील ने 2016 में कंपनी की मालकिन गजराज की पत्नी दुर्गा देवी के नाम से बैंक से 1.5 करोड़ का कर्ज लिया। उनके नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर लिया था।स्पा सेंटर की आड़ में चल रहा था सेक्स रैकेट का धंधा, संचालक समेत 5 युवतियां गिरफ्तार
आरोपी ने कंपनी को भी इसकी सूचना नहीं दी। उन पैसों को अपने निजी कार्यों में खर्च कर लिया। जब बैंक से किश्त जमा करने के लिए नोटिस आया तो फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। तब से कंपनी कर्ज चुका रही है। पुलिस के अनुसार कर्ज के बारे में कंपनी के किसी भी मेंबर को जानकारी नहीं थी। पैसा भी कंपनी के खाते में जमा नहीं किया गया। शिकायत पर पुलिस ने पुलिस ने सुशील पगारिय़ा के खिलाफ धारा 420, 467, 468 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। आज गिरफ्तार कर लिया गया है।बस्तर दशहरा में रोड़ा बना आचार संहिता, मुरिया दरबार में नहीं होंगी कोई लोकलुभावन घोषणाएं
दोनों भाईयों में लंबे समय से चल रहा पैतृक संपत्ति विवादराजधानी के बिल्डर गजराज पगारिया और उनके भाई सुशील पगारिया के बीच कई सालों से पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। धोखाधड़ी मामले में पुलिस पहले भी सुशील पगारिया और उनके एकाउंटेंट शाहिद खान को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। वहीं गजराज के इकलौते बेटे प्रियेश पगारिया पर गोली दागने के मामले में पुरानी बस्ती पुलिस ने सुशील के घर की तलाशी ली थी। हालांकि पुलिस के हाथ सिर्फ संपत्ति के कुछ दस्तावेज ही लगे थे। गोलीकांड मामले में सुशील के मोबाइल के कॉल डिटेल भी खंगाला गया था।
Click & Read More Chhattisgarh News.