Sandip Bagga Suicide Case: सिविल लाइन इलाके के कारोबारी संदीप बग्गा की खुदकुशी के पीछे महादेव सट्टा ऐप से जुड़े सट्टेबाजों का बड़ा नेटवर्क है। इसमें कुछ लोग ऐसे सफेदपोश हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई करने से पुलिस भी टालमटोल करती है। सट्टेबाज कई दिनों से उसे धमका रहे थे, लेकिन सिविल लाइन थाने में शिकायत भी नहीं कर पा रहा था।
अंत में तनाव में आकर कीटनाशक पीकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर नितेश मित्तल-गुप्ता के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का अपराध दर्ज किया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने रविवार की रात नितेश के खिलाफ अपराध दर्ज किया। इससे पहले ही आरोपी फरार हो गया। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी रायगढ़ में एक युवक ने महादेव सट्टा ऐप से जुड़े सटोरियों से परेशान होकर खुदकुशी कर ली थी।
बताया जाता है कि संदीप का पैसा लौटाने के बदले नितेश और उसके साथी अलग-अलग मोबाइल नंबरों से उसे कॉल करते थे और जान से मारने की धमकी देते थे। इसके अलावा कई बार युवक उसके घर भी पहुंच जाते थे। इससे संदीप बुरी तरह डर गया और आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया।
कई मोबाइल नंबरों की जांच
सिविल लाइन पुलिस नितेश के मोबाइल नंबर के अलावा जिन नंबरों से मृतक के मोबाइल में कॉल आते थे, उन नंबरों की जांच कर रही है। बताया जाता है कि मृतक के मोबाइल में अज्ञात नंबरों से कई कॉल आए हैं। अब वो सभी नंबर बंद हैं। पुलिस इन मोबाइल नंबरों का लोकेशन पता कर रही है।
महादेव सट्टा ऐप के शहर में कई पैनल चल रहे हैं। पैनल खरीदने वालों ने सट्टे का पैसा वसूलने के लिए एजेंट भी लगा रखे हैं। ये एजेंट पैसे के लेन-देन को लेकर किसी भी तरह के विवाद होने पर पैनल खरीदने वाल के पक्ष में काम करते हैं। किसी को धमकाने, मारपीट करने के अलावा बंधक बनाने का तरीका भी अपनाते हैं।
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