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बता दें उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने जोगी की धर्मपत्नी ऋचा जोगी के अनुसूचित जनजाति प्रमाणपत्र को निरस्त कर दिया है। कमेटी के मुताबिक पेंड्रीडीह के ग्रामीणों ने भी कहा है कि ऋचा जोगी के परिवार ने खुद को गैर आदिवासी घोषित किया हुआ है और इनका गोंड जाति से कोई लेना-देना नहीं है। समिति ने सभी पक्षों की सुनवाई करने के बाद यह फैसला लिया है। समिति के फैसले के मुताबिक ऋचा जोगी के पिता क्रिश्चियन थे।यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ मानसून सत्र: बिना टीका लगवाए विधायकों को नहीं मिलेगा सदन में प्रवेश
आदिवासी नहीं तो आखिर हमारी जाति क्या है?
इस मुद्दे को लेकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने एक ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है, दुनिया में ऋचा और मैं ही बिना किसी जाति के प्रथम और एकमात्र दम्पती बन चुके हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी बताने की कृपा करेंगे कि अगर हम आदिवासी नहीं हैं- तो आखिर हमारी जाति क्या है? उन्होंने आगे लिखा है कि क्या हम दोनों मंगल गृह से हैं कि हमारी कोई जाति ही नहीं है।